शिक्षक दिवस सम्मान समारोह का हुआ आयोजन

भविष्य की पीढियों को बनाने के लिए शिक्षक का योगदान महत्वपूर्ण-डीएम
जीटी- 7, न्यूज़ एडिटर डॉ० धर्मेंद्र गुप्ता, मैनेजमेंट डिपार्मेंट लखनऊ, उत्तर प्रदेश।
05 सितंबर 2023
#औरैया।
भविष्य की पीढ़ियों को बनाने के लिए शिक्षक का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, इसलिए प्रत्येक शिक्षक को प्रत्येक क्षेत्र, खेल जगत, आर्थिक व्यवस्था, सामान्य ज्ञान सहित इतिहास के विशेष विषयों की जानकारी होना आवश्यक है तभी आप अपने विद्यालय के बच्चों को अच्छी शिक्षा व जानकारी दे सकते है।
जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने उक्त विचार कलेक्ट्रेट स्थित मानस सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित शिक्षक दिवस सम्मान समारोह के कार्यक्रम में व्यक्त किये। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जिला स्तरीय अध्यापक पुरस्कार 2023 के तहत जनपद के विभिन्न पूर्व प्राथमिक, प्राथमिक/ उच्च प्राथमिक विद्यालयों के 40 अध्यापक/अध्यापिकाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। उन्होंने शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एक शिक्षक के द्वारा कई विद्यार्थियों को शिक्षा दी जाती है और भविष्य की नींव मजबूत करने का कार्य करते हैं। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि सभी शिक्षक अपने दायित्वों का निर्वहन इस प्रकार करें कि आपकी पहचान आपके जनपद और प्रदेश की पहचान में एक हो। उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही कायाकल्प योजना के संबंध में बात करते हुए कहा कि कायाकल्प की योजना केवल विद्यालयों में सभी मूलभूत सुविधाओं को व्यवस्थित करने के लिए है परंतु आपके द्वारा दी जाने वाली शिक्षा से बच्चों के भविष्य के साथ ही आपके विद्यालय का भी भविष्य निर्धारित करता है इसलिए बच्चों की शिक्षा में किसी भी प्रकार की शिथिलता/लापरवाही न बरतें यही आप सभी से आशा है। उन्होंने सम्मानित किए गए शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि आप अपना नाम और आगे बढ़ाएं तथा प्रदेश व देश में भी नाम रोशन करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि सभी को अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से करना है तथा बच्चों के साथ-साथ स्वयं भी मेहनत करनी है। उन्होंने कहा कि सभी को अपने क्षेत्रीय गांव में अपने विद्यालय के बच्चों के अभिभावकों से संपर्क भी बनाकर रखना है और शिक्षा के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलना है तभी शिक्षा क्षेत्र में अपना जनपद आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपने-अपने कक्ष में बच्चों पर विशेष ध्यान रखना है न कि मोबाइल फोन इत्यादि में व्यस्त रहें, जरूरत पड़ने पर ही फोन का इस्तेमाल करें। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती तथा पूर्व राष्ट्रपति “भारत रत्न” डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर 10 शिक्षकों द्वारा लिखित कविताओं की पुस्तक “शिक्षक काव्य मंजूषा” का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार, जिला अर्थ एवं सांख्यिकीय अधिकारी बब्बन प्रसाद मौर्य सहित शिक्षक एवं शिक्षिकाएं आदि उपस्थित रहे।