गेल में 54 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया
ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज नेटवर्क, समाचार संपादक डॉ धर्मेंद्र गुप्ता औरैया, उत्तर प्रदेश।
औरैया। गेल में सीआईएसएफ का 54 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। सीआईएसएफ कैंप में सीआईएसएफ जवानों द्वारा परेड का प्रदर्शन किया गया एवं परेड के साथ-साथ रिफ्लेक्श शूटिंग के डेमो भी किया।कार्यक्रम में बच्चों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।
दिबियापुर स्थित सीआईएसएफ कैंप में ईडी अजय त्रिपाठी, ने मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने शुरूआती ढाँचें को सविस्तार से बताया एवं वर्तमान में सीआईएसएफ को सौंपे गयी जिम्मेवारी की भूरि-भूरि प्रशंसा की। मुख्य अतिथि ने परेड एवं आयोजित कार्यक्रमों के स्तर की उदारता से प्रशंसा की, और कहा कि जब सीआईएसएफ की स्थापना हुई थी तो यह कल्पना की गई थी कि भारत के औद्योगिक विकास और उत्पादन की यात्रा के लिए ऐसे बल की आवश्यकता होगी जो आर्थिक बुनियादी ढाँचे को सुरक्षित कर सके। सीआईएसएफ ने उस दृष्टि को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होने यह भी कहा कि सीआईएसएफ ने अपने पेशेवर कौशल के साथ खुद के लिए भारत में ही नही अपितु विदेशों में भी अपनी छाप छोड़ी है। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि सीआईएसएफ, औद्योगिक सुरक्षा के अलावा भी देश के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा की जिम्मेवारी को बखूबी से निभाया है। मुख्य अतिथ ने इकाई प्रभारी पुष्कर सिंह रावत, उप कमाण्डेन्ट एवं केऔसुब के सभी बल सदस्यों का सीआईएसएफ स्थापना दिवस के सुअवसर पर बधाई दी एवं अभार प्रकट किया। गेल पाता की सुरक्षा में मुखिया के तौर पर तैनात इकाई प्रभारी पुष्कर सिंह रावत, उप कमाण्डेन्ट ने कहा कि सीआईएसएफ का परमधेय “सुरक्षा एवं संरक्षण” है जिसमें हम सभी हमेशा अग्रणी रहेंगे। इकाई प्रभारी द्वारा वार्ता के दौरान यह भी बताया कि बल को आज के इस पड़ाव में लाने के लिए पूर्व वरिष्ठ अधिकारीगणों सहित सेवानिवृत्त बल सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जिसके लिए हम उन सब का हृदय से आभार व्यक्त करते है इकाई प्रभारी ने इस सुअवसर पर केन्द्रीय पुलिस बलों के उन वीर सूपतों को याद और नमन किया जिन्होने राष्ट्र के लिए अपना जीवन न्यौछावर किया है और कहा कि यह बल अपने ऐसे प्रत्येक शहीद का हमेशा ऋणी रहेगा।