उत्तर प्रदेशलखनऊ

महंगाई की मार से होली का रंग फीका दुकानदार मायूस

दुकानें सजी लेकिन खरीददारों का टोंटा बाजारों में भी दिखता सन्नाटा

ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, जिला ब्यूरोचीफ राम प्रकाश शर्मा औरैया।

औरैया। भीषण महंगाई के चलते इस बार होली पर दुकानें तो सजी हुई है लेकिन दुकानों पर खरीदारों का भारी टोंटा होने से दुकानदार मायूस है वही महंगाई की मार से रंगो के त्योहार होली का रंग बिल्कुल फीका पड़ा नजर आ रहा है। आलू समेत फसलों की मंदी से किसानों के होली में रंग में भंग हो गया है। जिले में 80 प्रतिशत से अधिक लोग कृषि व दिहाड़ी मजदूरी पर निर्भर रह कर अपनी जिंदगी बसर करते हैं, वहीं इस बार किसानों का आलू मिट्टी के भाव बिकने के साथ ही गेहूं आदि उपज की मंदी ने किसानों की कमर तोड़ दी है। लहसुन की मंदी से बर्बाद हो चुके जिले के किसान कर्जदारी के मकड़जाल में फंसे हुए हैं और ऐसे में अन्य आवश्यक वस्तुओं की भीषण महंगाई ने खासकर किसानों के साथ निम्न व मध्यम तबके की मुसीबतें और बढ़ा दी है।
भीषण महंगाई का दंश झेल रहे जिले के आम लोगों का होली का त्यौहार इस बार काफी फीका होने के प्रबल आसार बने हुए हैं। आलम यह है कि होली के त्यौहार के मद्देनजर बाजारों में खाद्य सामग्री के साथ सभी आवश्यक वस्तुओं की दुकानें सजी हुई है, लेकिन इन दुकानों पर ग्राहकों का भारी टोंटा नजर आ रहा है। देखने में आ रहा है कि जिन लोगों को पहले 5 किलोग्राम की जिस खाद्यान्न सामग्री की जरूरत थी अब वह लोग सिर्फ आधा किलोग्राम की ही खरीदारी कर सिर्फ त्यौहार की रस्म अदायगी करने का प्रयास करते दिख रहे हैं। धन्ना सेठ लोग तो पर्याप्त खाद्यान्न सामग्री खरीदने के साथ ही अपने बच्चों के लिए महंगी पिचकारियां मुखोटे आदि मनोरंजन की चीजें खरीदते नजर आ रहे हैं लेकिन मध्यम व निम्न तबके के इक्का-दुक्का लोग ही बच्चों के लिए सस्ती प्लास्टिक की पिचकारियां लेते दिख रहे हैं। हालांकि खाद्य सामग्री के साथ रंग गुलाल पिचकारियों की दुकानों तो खूब सजी हैं लेकिन इन इन दूकानों पर ग्राहक दूर-दूर ग्राहक नजर ना आने से दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है वही इस बार होली के त्यौहार पर पहले जैसी बाजारों में भी भीड़ और रौंनक नहीं दिखती है जिससे इस बार रंगों का त्यौहार होली बदरंग सा नजर आ रहा है।

Global Times 7

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