सामूहिक अवकाश पर रहे रिफाइनरी मेकेनिकल मेंटेनेंस के संविदा श्रमिक

गोपाल ✒️ चतुर्वेदी
ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज नेटवर्क
मथुरा
मथुरा, 4 जनवरी । मथुरा रिफाइनरी में दशकों से जारी जबरिया पारिश्रमिक बापसी की अमानुषिक प्रथा को उजागर करने वाले संविदा श्रमिकों में से मेकेनिकल के 6 संविदा श्रमिकों को ठेकेदार के गुंडों ने गेटपास छीनकर 30-31 दिसम्बर बाहर कर दिया था जिससे उत्तेजित और आक्रोशित रिफाइनरी मेकेनिकल मेंटेनेंस के 85 संविदा श्रमिकों ने आज सामूहिक अवकाश रखा । पूर्व में ऐसी ही हरकत से व्यथित इलेक्ट्रिकल विभाग के श्रमिक 26 दिसम्बर को सामूहिक अवकाश पर रहे थे । उल्लेखनीय है कि माननीय जिलाधिकारी महोदय मथुरा द्वारा मामले की जांच के आश्वासन के बाद से शिकायतकर्ता मजदूरों को विविध प्रकार से उत्पीड़ित किया जा रहा है कि वे शिकायत वापस ले लें या फिर काम छोड़कर चले जाएं । प्रतिमाह 50-60 लाख रुपया पारिश्रमिक चोरी से सृजित काला धन एक तरफ हाड़तोड़ परिश्रम करने वाले मजदूरों पर अमानवीय अत्याचार है दूसरी ओर अवैध संपदाओं को खड़ा कर रहा है । आज मध्यावकाश में रिफाइनरी मुख्य द्वार पर मजदूरों ने जमकर नारे लगाए और सभा की । सभा को पेट्रोलियम वर्कर्स यूनियन के उत्तर भारत क्षेत्र उपाध्यक्ष कामरेड शिवदत्त चतुर्वेदी , रिफाइनरी यूनिट अध्यक्ष मधुवन दत्त चतुर्वेदी एडवोकेट, उपाध्यक्ष का. बी एम मेहता, नागरिक अधिकार मोर्चा के कामरेड गिरधारीलाल चतुर्वेदी , कौमी एकता मंच के जीसस चतुर्वेदी एडवोकेट उत्कर्ष ने संबोधित किया और कहा कि वेतन चोरी के शिकायतकर्ता श्रमिकों की सेवा सुरक्षा के प्रति प्रबंधन की उदासीनता ठेकेदारों की अनुचित हिमायत है जिससे यह संदेह पुष्ट होता है कि वेतन चोरी के इस महाअपराध मे रिफाइनरी के कुछ अधिकारी भी लाभार्थी हैं । उन्होंने इस कुप्रथा के अंत तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया । यदि आज के अवकाश के बाबजूद निकाले गए श्रमिक बापस नहीं लिए गए तो आंदोलन तीब्र किया जावेगा ।
मधुवन दत्त चतुर्वेदी एडवोकेट
अध्यक्ष
पीडब्ल्यूयू कांट्रेक्ट वर्कर्स मथुरा रिफाइनरी यूनिट