वाहन चोरी के आरोप में जेल में बंद कैदियों को ऑटो रिपेयरिंग का दिया जाएगा प्रशिक्षण

दिलचस्प पहल: पहले करते मोटरसाइकिल चोरी अब इंजीनियर बनकर निकलेंगे जेल से बाहर
Praveen Mishra
GLOBAL TIMES-7NEWS
Network Mathura
मथुरा। जनपद मथुरा जेल के अधिकारियों ने जेल में बंद वाहन चोरों को मोटर/ऑटो मैकेनिक बनने के लिए प्रशिक्षित करने का फैसला किया है।
मथुरा जेल प्रशासन ने इन विचाराधीन कैदियों को उनके दीर्घकालिक पुनर्वास और एकीकरण में सहयोग देने के लिए ऑटोमोबाइल मरम्मत में प्रशिक्षित करने के लिए एक एनजीओ टीम को शामिल किया है।
जेल से छूटने के बाद बंदियों को 30 दिन का कौशल आधारित प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे रोजगार हासिल कर सकें।
कार्यक्रम के सफल समापन पर उन्हें प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा।
मथुरा जेल अधीक्षक बृजेश सिंह ने कहा, इसका उद्देश्य इन युवाओं को प्रशिक्षित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। हमारे सुधार कार्यक्रम के तहत, कैदियों को विभिन्न प्रकार के रोजगार उन्मुख कौशल सिखाए जा रहे हैं।
30-दिवसीय प्रशिक्षण मॉड्यूल में, कैदियों को इंजन ओवरहालिंग, बाइक सर्विसिंग और अन्य सहित पूर्ण इंजन मरम्मत में व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलेगा।अधिकारियों के मुताबिक, एनजीओ जेल प्रशासन को अलग-अलग तरह की बाइक मुहैया कराता है, ताकि कैदी इनका इस्तेमाल ट्रेनिंग के लिए कर सकें।
श्रीसिंह ने कहा कि यह मॉड्यूल विशेष रूप से उन कैदियों के लिए है, जो बाइक चोरी के आरोप में जेल में बंद हैं।