बिल्हौर विद्युत सबस्टेशन में इन दिनों छाई मनमानी,विद्युत कर्मियों की बल्ले बल्ले!

विद्युत विभाग में भ्रष्टाचार,चरम सीमा हुआ पार,उपभोक्ता हो रहे हल्कान!
Ashish Rajput
Global Times7 News Network
Bilhaur, Kanpur Nagar
विद्युत विभाग द्वारा इन दिनों अनाप शनाप विजली विल भेजें जाने से आये दिन अधिकारियों व कर्मचारियों से तू तू मैं मैं, और झगड़ा फसाद इत्यादि जैसी जैसी समस्याओ से सम्बंधित सूचना ग्रामीणांचलों से प्राप्त हो रही है, जहां उपभोक्ताओं का आरोप है कि विद्युत विभाग की मनमानी से मीटर रीडिंग से कई गुना ज्यादा विल रसीद मीटर रीडरों द्वारा निकालकर पिछले बिल के साथ आनलाईन जोड़ कर भेजें जा रहे हैं, जिससे विद्युत उपभोक्ताओं को अनर्गल बिजली बिल भुगतान हेतु विवशता झेलनी पड़ रही है, ग्रामीण उपभोक्ताओं द्वारा यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि यदि विद्युत विभाग मीटर रीडिंग को आनलाईन पोर्टल के माध्यम से विजली बिल जमा करवा रहा है तो फिर मीटर रीडरों के द्वारा निकाली गई पर्ची रसीदें में निकाली जा रही अनर्गल धनराशि को क्यों जोड कर बिल भेजा जा रहा है, और यदि उपभोक्ताओं किसी भी सक्षम अधिकारी व कर्मचारी से अपनी बात भी करने व समस्याओ के समाधान हेतु का प्रयास करते हैं ।
तो बेढंगी भाषाओं से वात करते हुए ऊपर का हवाला थमाकर वापस कर दिया जाता है, उदाहरण के तौर पर एक ऐसा ही मामला कानपुर के बिल्हौर तहसील से जुड़कर सामने आ रहा है, जहां
बिल्हौर एसडीओ की मिलीभगत से उपभोक्ताओं के बिल मीटर रीडिंग से ज्यादा बिल निकल रहें हैं
बिल्हौर बिजली विभाग के एसडीओ रमाकांत पांडे द्वारा अपने नजदीकी कर्मचारियों की मिलीभगत से उपभोक्ताओं के निकाले जाते हैं मीटर रीडिंग से कई गुना ज्यादा बिल फिर चलने लगता है एसडीओ साहब का खेला जब उपभोक्ता अपने बिल को सही कराने के लिए जाते हैं तो उनको सही न कराके बैरंग लौटा दिया जाता है जब उपभोक्ता एसडीओ साहब को मीटर और रीडिंग की सही पुष्टि करने के लिए कहते हैं तो मीटर खराब होने का हवाला देते है, जबकि मीटर में न सील टूटी है और न ही कोई छेड़खानी की गई क्योंकि इनको मोटी रकम मिल जाए तो सब ठीक हो जाता है,
जहां जानकारी सूत्रों द्वारा कटिया पकड़ा मोटी रकम कमाओ के नाम पर कार्य करते हैं, अर्थात बिल्हौर एसडीओ के इशारे पर फल फूल रहा है विद्युत विभाग के सबस्टेशन फीडर से जुड़े हुए दर्जनों गांवों में विद्युत कनेक्शन के अनाप शनाप बिल मीटर भेजने का बोलबाला,
जहां जिला प्रशासन से इस विषय पर गम्भीरता पूर्वक संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई करने की मांग की गई है ।