धोती फटी सी लपती रूपा अरू को नहीं जानत बतावत आपन नाम सुदामा सुनकर दौड़ पड़े श्री कृष्ण__ देवी दीपशिखा

ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला प़शासनिक संवाददाता
कानपुर देहात
पुखरायॉ
वृंदावन से पधारी भागवताचार्य मानस मर्मज्ञ देवी दीपशिखा ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के धाम गरीब सुदामा के पहुंचने पर द्वारपालो द्वारा उनका नाम सुदामा बताने पर भगवान श्री कृष्ण नंगे पैर ही दौड़ पड़े और उनको गले लगाया lभगवताचाय् दीपशिखा गुरुवार को अंतिम दिन अहरौली शेख पुखरायां में श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान महोत्सव के तहत श्रीमद्भागवत पर कथा कह रही थी ।भगवत आचार्य दीप सिखा ने कहा की जब सच्ची मित्रता होती है तो गरीबी अमीरी धन मान सम्मान बीच में नहीं आता जब सच्ची मित्रता होती है, तो भगवान वापस ऐसे गले मिलते हैं । जैसे आम प्राणी हो। उन्होंने कहा कि जब सुदामा पर भारी विपत्ति आई तो उनकी पत्नी ने उनको याद दिलाया कि भगवान श्री कृष्ण तुम्हारे दोस्त हैं उनके पास जाकर फरियाद व अपना दुख दर्द बाटकर उस परम सत्ता से फरियाद लगाओ जिस पर सुदामा जी फटे कपड़ों वा जूता चप्पल के ही कृष्ण पुरी चल पड़े और उन्होंने भगवान श्री कृष्ण के यहां अपनी हाजिरी लगवाई भगवान श्री कृष्ण भक्त से ऐसे गले मिले वह उनके पैर पखारे की सभी की आंखों में आंसू आ गए ।भगवान श्री कृष्ण का भक्त सुदामा की दोस्ती देखकर समाज को एक नया संदेश भी गया कि दोस्ती के बीच अमीरी गरीबी कहीं भी बाधक नहीं होती है ।भगवत आचार्य देवी दीपशिखा ने कथा के अंतिम दिन श्री कृष्ण लीला की व श्रीमद्भागवत की कई कथाएं सुनाईं ।अंतिम दिन भक्त भारी संख्या में भक्तजनों ने उपस्थित होकर श्रीमद भगवत कथा प्रसाद ग्रहण किया इसमौके पर पारिक्षित सूरज सिंह यादव देवेंद्र यादव श्रीमती गुड्डी यादव ज्ञान सिंह यादव बहन बेबी कोमल सिंह यादव राम सिंह यादव आदि उपस्थित रहे