उत्तर प्रदेश

आकाश आनंद का वो भाषण जो मायावती को खटका! BSP नेताओं पर कही थी ये बात,

Akash Anand News: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने आकाश आनंद के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें पार्टी से निकाल दिया है. इससे पहले उनसे सभी पदों से पदमुक्त कर दिया गया था. बसपा सुप्रीमो के इस कदम से हर कोई हैरान है कि ऐसी क्या बात थी कि जिस आकाश आनंद पर उन्होंने इतना भरोसा किया कि अपना उत्तराधिकारी तक घोषित किया उन्हें ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. इस बीच आकाश का एक भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, दावा है कि उनकी इस स्पीच को लेकर ही मायावती का पारा हाई हो गया
आकाश आनंद का जो भाषण वायरल हो रहा है उसमें वो पार्टी और उच्च पदों पर बैठे कुछ पदाधिकारियों को जिक्र करते दिख रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी वजह से ही पार्टी के जरूरी फैसले लेने में दिक्कतें हो रही है. आकाश ने इस ओर भी इशारा किया है कि उन्हें भी काम करने में दिक्कतें हो रही हैं. उन्होंने पार्टी को चलाने के तरीके पर भी सवाल उठाए और कहा पार्टी में हर कोई आज ये महसूस कर रहा है.


मायावती को खटका आकाश आनंद ये भाषण
आकाश आनंद ने अपने इस भाषण में कहा कि “मैं पिछले ढाई तीन साल में यही समझा कि हमारे जो कार्यकर्ता है वो थोड़े से परेशान हैं अभी पार्टी के स्ट्रक्चर को लेकर, तरीकों को लेकर, जिस तरह से पार्टी चल रही है उसमें बहुत कमियां हैं. क्या आपको लगता है कि हमारे कुछ पदाधिकारी पार्टी को फायदा पहुंचाने से ज्यादा पार्टी को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं. सही है..हमारे कुछ पदाधिकारी हमें काम नहीं करने देते या कुछ गलत जगह बैठे हैं. ये मैंने में भी महसूस किया है. मुझे भी बहुत दिक़्कत आती है काम करने में.


उन्होंने कहा कि हम कुछ नहीं कर पाते क्योंकि पार्टी का स्ट्रक्चर ऐसा बना हुआ है. जिसमें कुछ लोग ऐसे बैठे हैं जिनको हम छेड़ नहीं सकते हैं, उन्हें हिला नहीं सकते हैं. वो बड़े भी हैं हमसे, कई जगह गलत हैं पर हम उनको नहीं छेड़ेंगे. हम अपने आप को मजबूत करके उस पर दोबारा से काम करेंगे. हम इसे दोबारा से बनाएंगे, बहनजी के दिशा निर्देशन के साथ हम ऐसी तकनीक लाएंगे जिससे आप सब अपनी बात सीधा बहनजी से कर पाएंगे.


आकाश आनंद के इस भाषण में पार्टी के भीतर जो चल रहा है उसकी कलई खुलती दिखाई दे रही है. बसपा सुप्रीमो मायावती पर कई बार भाजपा की मदद करने का भी आरोप लगता रहा है, जिसकी वजह से पार्टी की ये हालत हो गई. कई सियासी जानकारों का मानना है कि आकाश आनंद का इशारा पार्टी के सर्वोच्च नेताओं की ओर था. शायद इसकी का नतीजा उन्हें भुगतना पड़ा और बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया.

Global Times 7

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