मदीना मस्जिद में मजलिस शोहदा ए कर्बला पर हुए बयान

जीटी-7, ओमकैलाश राजपूत संवाददाता फफूंद ब्यूरो रिपोर्ट। 15 जुलाई 2024
#फफूँद,औरैया। मुहर्रम के माह में कस्बे की तरीन स्थित मस्जिद मदीना में शोहदा ए कर्बला की मजलिस का अयोजन हुआ।मजलिस में जमीयत व जिले के उलेमाओं ने मुहर्रम की फ़ज़ीलत और इस माह के इतिहास सहित मुस्लिमों के लिए तमाम इबादत, दीन व दुनिया पर बयान किया।इसके बाद मुल्क में अमन चैन व तरक्की की दुआ की गई।
रविवार शाम को मजलिस की शुरुआत सदर जमीयत उलेमा औरैया मौलाना आबिद क़ासमी ने क़ुरआन पाक की तिलावत कर की।इसके बाद नात ख्वानी हुई।मजलिस में शहर औरैया से आए मुफ़्ती इमरान कासमी ने कहा कि मुहर्रम माह के सही इतिहास को सभी मुस्लिमों को जरूर पता होना चाहिए।इस माह कर्बला के मैदान में हक़ ने बातिल को शिकस्त दी थी।हम सबको हुजूर पाक सल्ल० की सुन्नत, हदीस और सहाबा इकराम के तरीके पर गौर व अमल कर सभी काम करने चाहिए।उन्होंने कहा कि हमको शिर्क, बिदअत व गुमराही से बचना होगा।उन्होंने मुहर्रम फ़ज़ीलत बयान करते हुए मुहर्रम में रोज़े की सुन्नत और शोहदा ए कर्बला हज़रत इमाम हुसैन रज़ि समेत अहले बैत व उनके साथियों की शहादत पर रोशनी डाली और यजीदियों से ताल्लुक रखने वाले गलत रस्मो रिवाज से बचने को कहा। इस दौरान अपनी जिंदगी हुजूर सल्ल० की सुन्नत रब की रजा के मुताबिक गुजारने व मुल्क में अमन चैन की दुआ कराई।इस दौरान हाफिज असरार साहब, सैय्यद सुल्तान अहमद, हाजी मुहम्मद यूनुस, खान मुहम्मद, हाजी लईक, मुहम्मद सलीम खान, औसाफ़ सिद्दीकी, समीर, खान मोहम्मद भाई, मुहम्मद ज़ैद, जीशान, रिज़वान व अनवार इलाही आदि मौजूद रहे।