लखनऊ

दो जिला और तीन सासंद फिर भी कंचौसी रेलवे क्रासिंग पर जनता को आफत

ग्लोबल टाईम्स 7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क टीम कंचौसी, कानपुर देहात/औरैया उप्र. विशेष संवाददाता सुरेश यादव।

ट्रक की रगड से आटोमैटिक बूम प्रणाली फेल दो घंटे बंद रही क्रासिंग दोनो ओर लम्बा जाम ।

5साल से किसानो की खींचतान सरकारी उदासीनता से अधर मे लटका रेल ओवर ब्रिज।

रविवार सुबह नौ बजे खुली रेलवे क्रासिंग पर जल्दी निकलने के चक्कर मे औरैया से रसूलाबाद की तरह जा रहा मौरम लदा ट्रक दक्षिणी आटोमैटिक बूम बक्सा को रगडता हुआ निकला जिससे बक्से मे आई खराबी के कारण खुला बूम नही गिर सका अचानक अलार्म बजने से स्लाइडर पाइप डाल कर रोड का आवागमन रोका गया तब ट्रेक पर आ रही अप बंदेभारत डाउन शताब्दी सहित दो दर्जन माल एक्सप्रेस सुपरफास्ट ट्रेने निकालने के बाद दोपहर 11 बजे के आसपास इंजीनियरो की टीम ने बूम प्रणाली ठीक कर क्रासिंग पर यातायात बहाल किया इस दौरान दोनो तरफ लम्बे जाम से आम जन मानस परेशान रहा ।
यह क्रासिंग दो जनपद कानपुर देहात व औरैया के काफी बडे हिस्से को उत्तर से दक्षिण को जोडने का एक मात्र साधन है जहां से सैकडो ट्रक डम्पर कार बाइक आटो पैदल यात्रियो के साथ साथ कंचौसी नगर की जनता इधर से उधर आती जाती है जिसमे व्यापारी मजदूर किसान नौकरी पेशा के साथ साथ मरीज छात्र छात्राये सभी सामिल है जो नियमित घंटो फाटक न खुलने से परेशान रहते है ।
यह क्रासिंग कन्नौज सासंद सुब्रत पाठक का इलाका है तो अकबरपुर सासंद देवेन्द्र सिंह भोले का घर इससे एक किलोमीटर दूर कंचौसी नगर की दक्षिणी किनारे से इटावा सासंद रामशंकर कठेरिया की सीमा को जोडता है तीनो सासंद सत्ता दल से जुडे है और यहां से आते जाते भी रहते है लेकिन पांच साल से अधूरे पडे रेल ओबर ब्रिज को पूरा कराने मे कोई खास ध्यान न देने से यह समस्या आसपास बडे भू भाग के लिए नासूर बन गई है जहां किसान जमीन का उचित मुआवजा न मिलने से ब्रिज का निर्माण रोके है।उन प्रभावित किसानो मे अकबरपुर सासंद व परिवार सामिल है जो कई बैठको के बाद भी जिला प्रदेश के साथ साथ रेल विभाग से उचित मुआवजा किसानो को भुगतान नही करा सके है। जिससे किसान के साथ सभी परेशान है वही कुछ अधिकारी लोक सभा चुनाव के बाद ब्रिज निर्माण शुरू कराने को कह रहे है ।

Alok Mishra

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