लाही व बाजरी के सूखे भूसे से पेट भरने को मजबूर हैं गोवंश !

कागजों पर ही गौवंश को मिल रहा हरा चारा, चोकर और भूसा
ग्लोबल टाइम्स- 7 न्यूज़ नेटवर्क 0006
राकेश कुमार मिश्र
उपजिला संवाददाता
12 अप्रैल 2024
# शिवली
कानपुर देहात, शासन और प्रशासन भले ही आवारा गोवंश संरक्षण अभियान चलाकर उन्हें संरक्षित करते हुए भरपूर आहार उपलब्ध कराने के लिए निर्देश जारी कर रहा हो किन्तु रसूलाबाद विकासखंड में तैनात पंचायत सचिव अफसरों के निर्देश को हवा में उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं,गौशालाओं में संरक्षित गोवंश को दाना ,चोकर तथा हरा चारा की बात छोड़ दीजिए पर्याप्त मात्रा में गो वंशों को सूखा भूसा भी नसीब नहीं हो पा रहा है | गौशाला में संरक्षित गोवंश लाही एवं बाजरी का सूखा भूसा खाकर पेट भर रहे हैं और जिम्मेदार लोगों द्वारा कागजों पर गौशालाओं का विधिवत संचालन दिखाकर अफसरो की आंखों में धूल झोंकी जा रही है | एक ओर जिलाधिकारी आलोक सिंह और मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी नागप्पन लगातार समीक्षा बैठक कर गौशालाओं की व्यवस्थाएं सुधारने को निर्देश जारी कर रहे हैं तो दूसरी ओर पंचायत में तैनात जिम्मेदार लोग सीडीओ व डीएम के निर्देशों को हवा में उड़ाने में मशगूल हैं , स्थिति यह है कि गांव में बनी गौशालाएं गोवंश के लिए कब्रगाह बनती जा रही है | जिम्मेदार लोगों की लापरवाही से गोवंश को समय पर भूसा ,हरा चारा ,दाना चोकर नहीं मिल पा रहा है जिससे गौशाला में संरक्षित गोवंश भूखे पेट मरने की कगार पर खड़े हैं | शुक्रवार को रसूलाबाद विकासखंड की ग्राम पंचायत मित्रसेनपुर कहिजरी के मजरा भगवंतपुर में संचालित गौशाला का निरीक्षण करने पर कुछ इसी तरह का मंजर देखने को मिला जहां दोपहर 12:00 बजे तक गोवंश को हरा चारा और भूसा तक नहीं दिया गया था, गोवंश की नाद में लाही और बाजरी का मिक्स भूसा पड़ा था जिसका प्रयोग भट्ठो में ईट पकाने के काम में लाया जाता है , भूख से तड़प रहे बेजुबान भट्ठे वाले भूसे को खाकर पेट भर रहे हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ऐसे लापरवाह कर्मियों पर कार्रवाई करना तो दूर रहा बल्कि उन्हें बचाने के लिए तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं जिस कारण से जिले में संचालित स्थाई गौशालाएं गोवंश के लिए यातनागृह बनकर रह गई है। खंड विकास अधिकारी रसूलाबाद डीपी यादव ने बताया कि प्रकरण उनकी संज्ञान में नहीं था फिर भी मामले की जांच कराकर दोषी लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।