होली मे महगाई की मार खोया रिफाइंड के बाद आलू लोगो की पहुंच से बाहर।

ग्लोबल टाईम्स 7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क टीम कानपुर देहात उप्र विशेष संवाददाता सुरेश यादव।

कंचौसी व उसके आसपास रंगो का पर्व होली जिस गति से अपने मुकाम पर पहुंच रहा है उस चाल से बाजार मे खरीदार नदारत है। उसकी सबसे मुख्य वजह बाजार मे रसोई की आम उपयोग की चीजे महगी होना है उसमे इस बार मिठाई नमकीन तेल रिफाइन के अलावा सब्जियो की भूमिका अधिक है ।

लेकिन उसमे सबसे अधिक खपत वाला सब्जियो का राजा आलू जिसकी ऊंची कीमत सब को हैरान कर रही है। जिसका होली मनाने वाले सत प्रतिशत लोग बडी मात्रा मे उपयोग करते है। जिसका पहले से स्टाक कर पापड चिप्स कचौडी सब्जी तैयार कर होली के पर्व को खुबसूरत बनाता है। लेकिन इसके रेट से लोगो का खास कर महिलाओ का उत्साह फीका है ।

आलू पैकेट की जगह लोगो को किलो मे खरीदने को मजबूर किये हुये है तो दूसरी ओर गांव गली मे व्यहार मे आने वाला आलू लगभग बंद सा है। आलू किसान की होली तो रंगो से सराबोर है वही अन्य की पहुंच से बाहर बाजार मे 300 रुपए पैकिट 50 किलो मिलने वाला आलू 800 रूपये से अधिक का है तो अन्य सब्जी के रेट आसमान छू रहे है । वही दूध सस्ता होने के कारण खोया तीन सौ से चार सौ रुपए किलो के बीच बिक रहा है तो सरसो तेल रिफाइन चीनी के अधिक रेट लोगों को आश्चर्य में डाले है। रंग गुलाल पिचकारी सीमित मात्रा मे लोग खरीद रहे है। बाजार मे खरीदार कम है जरूरी चीजो के रेट आगे और बढ़ेंगे ,इसका संकेत अभी से दिखाई दे रहा है ।