16 जनवरी से शुरू होगी राम कथा की अमृत वर्षा, श्रवणपान करेंगे श्रद्धालु -15 जनवरी को निकलेगी भव्य कलश यात्रा

ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज़ नेटवर्क जिला इटावा ब्यूरो चीफ बृजेश पोरवाल
इटावा: जनपद में 550 वर्ष उपरांत अयोध्या में राम लला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में दिव्य प्रेम सेवा मिशन के प्रकल्पों को समर्पित श्री राम कथा की अमर्तवर्षा एवं शिव अवतरण विशेष रुद्राभिषेक का आयोजन होने जा रहा है। जिसमे ख्याति प्राप्त परम पूज्य संत विजय कौशल जी महाराज के मुखारविंद से श्री राम कथा का श्रवणपान होगा। नुमाइश पांडाल में आगामी दिनांक 16 जनवरी 2024 से प्रारंभ हो रही राम कथा की भक्ति रूपी गंगा में श्रद्धालु भाव विभोर होकर डुबकी लगाएंगे। आपको बता दे कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष डा. आशीष गौतम के सानिध्य में परम पूज्य संत विजय कौशल जी महाराज अपने पावन मुखारविंद से रामकथा का रसपान कराएंगे। राम कथा से 1 दिन पूर्व दिनांक 15 जनवरी को भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। जिसमे भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पुण्य के भागीदार बनेंगे।
आपको बता दें कि विजय कौशल भारत के एक सन्त हैं जो राम कथा के माध्यम से समाज में हिन्दू धर्म का प्रसार करते हैं। समाज को संस्कारित करने का लक्ष्य लेकर उन्होंने राम कथा को साधन बनाया।
विजय कौशल उन विरले सन्तों में हैं जो स्वीकार करते हैं कि सन्तों की समाज में पहुँच तो बढ़ी है लेकिन उनका प्रभाव कम हुआ है। इसका कारण वे यह बताते हैं कि आज के युग में सन्तों की तपस्या क्षीण पड़ गयी है। सम्भवत:उनका मुख्य ध्येय ही यह है कि कथा के माध्यम से धार्मिक संस्कारों को समाज के सम्पन्न घरों तक पहुँचाया जाये। क्योंकि ये लोग जैसा व्यवहार करते हैं वही समाज में नीचे तक जाता है।
उक्त रसमयी रामकथा की अमृत वर्षा के संदर्भ में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल इटावा के संरक्षक एवं राम कथा के मुख्य यजमान एमपी सिंह तोमर और उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के जिला अध्यक्ष संतोष सिंह चौहान ने उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल इटावा के सभी कस्बों व नगर एवं प्रदेश और जिला के पदाधिकारीयों व सदस्यों को 15 जनवरी 2024 से 20 जनवरी 2024 तक होने वाली श्री राम कथा में नुमाइश पंडाल इटावा में अपने परिवार सहित पूज्य संत विजय कौशल जी महाराज की श्री राम कथा को श्रवण करने का अनुरोध किया है। समस्त क्षेत्र वासियों से निवेदन किया है कि समस्त व्यापारी व क्षेत्रवासी अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर राम कथा का श्रवण पान करें और पुण्य के भागीदार बनें।