भाजपा में दिखती सरगर्मी विपक्षी दल सोए नींद कुंभकर्णी

भाजपा की मजबूत है थ्योरी कैसे होगी विपक्षी मन्नत पूरी
जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरोचीफ औरैया
12 अक्टूबर 2023
#औरैया।
लोकसभा चुनाव सन्निकट मान कर जिले में सत्ताधारी भाजपाई पुनः औरैया जिले के अंतर्गत आने वाली कन्नौज व इटावा संसदीय सीटों पर काबिज होने की मंशा से मतदाताओं से घर-घर संपर्क साधने का प्रयास करने के साथ ही जगह जगह सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए तमाम कार्यक्रम आयोजित करने में लगे हैं जिससे भाजपा की सरगर्मी देख मतदाता भी भाजपा की ताकत का अहसास करने लगे हैं वहीं दूसरी ओर सपा तो कभी कभी जमीनी धरातल पर जनहित के लिए संघर्ष करती दिख जाती है लेकिन बसपा कांग्रेस आम आदमी पार्टी आदि विपक्षी दलों की गतिविधियां अखबारी बयानबाजी तक ही जोर पकड़ती दिख रही है।
जमीनी धरातल पर दूर-दूर तक इनके ना तो कोई खास कार्यक्रम होते नजर आ रहे हैं और न ही इन दलों के नेता कार्यकर्ता मतदाताओं से संपर्क करने की कवायद करते ही दिख रहे हैं ऐसे में क्या विपक्षी मन्नत होगी पूरी या भाजपा की फिर बनेगी थ्योरी। लोकसभा चुनाव 2024 में संभावित होने के चलते भाजपाई हवा का रुख भांपकर पूरी ताकत से औरैया जिले में अपने पक्ष में माहौल बनाने के प्रयासों में जुट गए हैं ताकि औरैया जिले के अंतर्गत आने वाली प्रमुख कन्नौज व इटावा संसदीय सीटों पर अपनी प्रतिष्ठा बरकरार बनाए रखें वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय स्तर पर सपा भी भाजपा के मुकाबले के लिए कभी-कभी जोर मारती अवश्य दिख रही है लेकिन बसपा कांग्रेस आम आदमी पार्टी समेत अधिकांश विपक्षी दलों की गतिविधियां कोई खास नहीं दिख रही है लेकिन औरैया जिले में सिर्फ सपा भाजपा को चुनाव में चुनौती देने की कोशिश करती जरूर दिख रही है। भाजपा से मुकाबले के लिए विपक्षी दलों की ताकत दिखाने की जैसी जरूरत है वैसी पहल विपक्षी दलों द्वारा की जाती नजर नहीं आ रही है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रदेशीय नेताओं के साथ उसकी प्रमुख कमेटियों महिला मोर्चा युवा मोर्चा व उसके सभी सहयोगी संगठन भी पूरी ताकत से जिले में भाजपा को मजबूती देने के प्रयासों में लगे हुए हैं। हालांकि जिले के प्रमुख विपक्षी दल सपा में भी प्रमुख कमेटियों के साथ उसके सभी सहयोगी संगठनों में भी पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं की लंबी फौज है लेकिन इसके बावजूद भी उसकी राजनैतिक गतिविधियों में शिथिलता आगामी लोकसभा चुनाव में सपा के साथ विपक्ष के लिए काफी चिंताजनक है। जिस तरह से भाजपा अपनी ताकत बढ़ाने में लगी है उसे मात देने के लिए विपक्षी दलों खासकर सपा को तत्काल गांव-गांव घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क साधने के साथ जन समस्याओं के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष करने की जरूरत है अन्यथा भाजपा को आगामी चुनाव में औरैया जिले में रोक पाना लोहे के चने चबाने जैसा साबित होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है।