बिजली की आंख मिचौनी से उपभोक्ता परेशान, किसान प्रभावित

ग्लोबल टाइम्स 7
डिजिटल न्यूज नेटवर्क
ओमप्रकाश वर्मा नगरा
GT 7 0035
नगरा बलिया। बिजली की आंख मिचौली से सबसे ज्यादा गृहणियों के साथ छात्र, परीक्षार्थी व किसान परेशान हैं। बिजली रानी बड़ी सयानी करती आंख मिचौली बढ़ाती है परेशानी। खरीफ की खेती के समय बिजली की आपूर्ति इस तरह बाधित होना खेती में मुख्य फसल धान के लिए शुभ नहीं है। धान की खेती में नर्सरी बेहन से लेकर फसल के पकने तक पानी की अहम भुमिका है जिसमें संसाधन के रुप में किसानों को ट्यूबवेल चलाने के लिए बिजली का सबसे अधिक महत्व है। इसी तरह जीवन के लिए दिनचर्या मे काम आने के साथ घर के गृहस्थ जीवन में बिमार और गर्भवती सहित महिलाओं के आधी आबादी के लिए बिजली बहुत बड़ा आवश्यकता की पुर्ति में आता है। घर मे दिन की भींषण गर्मी हो या रात के अन्धेरे में घर के काम को निपटाना हो अधिकतर व्यवस्था में बिजली जरुरी है। केरोसिन आयल के बन्द हो जाने के बाद लोगों को घर के अन्दर का सारा पारिवारिक जीवन खाना बनाने से लेकर गर्मी की मार से निपटने में लोग अपनी धान की फसल को लेकर चिन्तित हैं तो घर सम्भाल रहीं महिलाएं बिजली का भरपूर योगदान है। इसी में किसानी में लगे लोग बिजली की आंख मिचौली से सबसे ज्यादा किसान परेशान हैं। बिजली से संचालित होने वाले कुटिर उद्योग काफी प्रभावित होने से रोजगार पर भारी असर पड़ रहा है। बिजली के आने जाने का इन्तजार सबको लगा रहता है। बिजली आते ही किसान के ट्यूबवेल चालु करते फिर पानी खेत मे जाने के निगरानी में ज्यों खेत में जाता तब तक बिजली कट जाती ऐसा क्रम दिन और रात लगा रहता है। बिजली के आने जाने के समय का कोई निर्धारण नहीं होने से लोगों में भारी आक्रोश है।