भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध होने पर पूर्व बी.एस.ए. सुनील दत्त के अन्य मामले भी उजागर हुए

शिक्षक संघ के द्वारा कई मामलें किये उजागर
ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात
कानपुर देहात
मुख्य कोषाधिकारी, कानपुर देहात के द्वारा किये गये जांच दिनांक 09.09.2022 में उजागर हुए 31 पृष्ठीय जांच में सिर्फ 05 बिन्दुओ पर ही उपलब्ध पत्रावली के सापेक्ष दोष सिद्ध होना पाया गया, किन्तु अन्य बिन्दुओ में भी सुनील दत्त, तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, कानपुर देहात द्वारा किये गये मनमाने ढंग से सरकारी धन का दुर्पयोग किये जाने का एक गम्भीर मामला जिसमें अपने खुद का दुबारा वेतन माह जनवरी, 2020 का अनैतिक रूप से निकाले जाने का मामला भी प्रकाश में आया है, जिसे कोषागार कार्यालय द्वारा ही पकड़ा गया। जिसकी पूर्ण आख्या दिनांक 31.03.2021 को तत्कालीन जिलाधिकारी को प्रेषित की जा चुकी है। जबकि एक न्यूनतम मानदेय कार्मिक जिसने कोरोना जैसे वैष्विक महामारी में नोडल अधिकारी विशेष सचिव के साथ कार्य करने के बाद भी मार्च, अप्रैल 2020 का मानदेय नहीं दिया गया था, जिस कारण उसने जिलाधिकारी से भोजन की मांग की थी। मुख्यमंत्री के निर्देश होने के बाद भी मानदेय न उपलब्ध कराना और एक राजपत्रित अधिकारी होकर अपना दोहरा वेतन निकालने का प्रयास करने के बाद भी कोई कार्यवाही न होना नीति विरूद्ध है ही मानवता के विरूद्ध भी है। सुनील दत्त, तत्कालीन जि0बे0शि0अ0 कानपुर देहात जो वर्तमान में डायट प्रवक्ता, लखनऊ के पद पर आसीन है, इनके द्वारा जनपद कानपुर देहात में अवैध रूप से कैम्प कार्यालय बनाकर अवैध धन उगाही हेतु अपने चहेते कार्मिक का गिरोह बनाकर अवैध धन उगाही किया गया, जो उन्ही के विभाग में कार्यरत् कार्मिक की शिकायत पर उजागर हुआ और प्राप्त पत्रावलियों में सिद्ध पाया गया। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत् महिला अध्यापक की संख्या ज्यादा है, ऐसे में अपने गृह आवास पर कैम्प कार्यालय का संचालन करना, और सुनील दत्त द्वारा विद्यालयो में गैर पारम्परिक परिधान जीन्स, टी-शर्ट पहन कर प्रायः जाना भी शिकायत में पाया गया है जो सरकारी नियम के विरूद्ध है। बेसिक शिक्षा विभाग के एक अभिन्न अंग खेल कूद है बच्चो के सर्वांगीण विकास में खेल कूद हेतु मुख्यमंत्री जी का भी साकारात्मक दृष्टिकोण है, किन्तु तत्कालीन सुनील दत्त जि0बे0शि0अ0 द्वारा जनपदीय क्रीड़ा प्रतियोगिता कराये जाने के नाम से प्राथमिक विद्यालय से 500/- एवं उ0प्रा0वि0 से 700/- जमा कराये गये, जिसके आय व्यय का विवरण उ0प्र0 जू0हा0सकूल (पूर्व माध्यिमिक) शिक्षक संघ के पत्र में उजागर हुआ है।