इको विकास अंतर्गत खिवनी अभ्यारण कि इको विकास समितियों में वितरित किये जा रहे 1000 धुआं रहित चूल्हे

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ग्लोबल टाइम्स -7 डिजीटल न्यूज नेटवर्क
रिपोर्टर-राजेन्द्र श्रीवास
देवास म.प्र.
देवास म.प्र.- खिवनी अभ्यारण अंतर्गत इको विकास समितियों में समिति सदस्यों को बहु इंधनीय धुआं रहित चूल्हे वितरित किये जा रहे हैं!
अधीक्षक खिवनी राजेश मण्डावलिया ने बताया कि अभ्यारण के आसपास 2 किलोमीटर की परिधि में लगभग 40 ग्राम है तथा यहाँ के ग्रामीण जलाऊ लकड़ी के लिए जंगल पर निर्भर रहते हैं! चूंकि अभ्यारण वन्य जीवों के लिए संरक्षित क्षेत्र है तथा क्षेत्र में वन्य प्राणियों का मूवमेंट भी रहता है जिसके कारण हमेशा मानव-वन्यप्राणी द्वन्द का डर बना रहता है! ग्रामीणों की जलाऊ लकड़ी पर निर्भरता कम करने के लिए पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने वाली इंदौर स्थित इन्फिनाइट एन्वाइरन्मेंट सॉल्यूशन संस्था के सहयोग से प्रोजेक्ट आंनद के तहत समिति सदस्यों को ये चूल्हे वितरित किए जा रहें हैं! इन चूल्हों की ये खासियत है कि इनमे खाना बनाने के लिए सामान्य घरेलू चूल्हे की तुलना में 50-55 प्रतिशत कम लकड़ी की आवश्यकता होती है, लकड़ी के जलने से निकलने वाला धुंआ भी लगभग 70 प्रतिशत कम होता है!

साथ ही चूल्हे को जरूरत के अनुसार आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा सकते हैं!
इन चूल्हों का उपयोग करने से जंगल पर कम होगा जैविक दबाव – इंदौर स्थित पर्यावरण प्रेमी संस्था इन्फिनाइट एन्वाइरन्मेंट सॉल्यूशन के प्रतिनिधि श्री आनंद शर्मा एवं प्रदीप शर्मा ने बताया कि इन विशेष प्रकार के चूल्हों का निर्माण भारत सरकार के भारतीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार , विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा किया गया है! हमारा उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार के साथ जंगल पर जैविक दबाव को कम करते हुए मानव वन्यप्राणी द्वन्द को कम करना है! इन चूल्हों में सामान्य चूल्हों की तुलना में लगभग 70 प्रतिशत कम धुआं होता है जिससे धुएं से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी कम होगी! इनके उपयोग से होने वाली लकड़ी की बचत को कार्बन क्रेडिट के अन्तर्गत क्लेम किया जाएगा तथा उससे जो भी फायदा होगा उसे ग्राम विकास में उपयोग किया जाएगा!
पायलट प्रोजेक्ट के तहत 1000 चूल्हे किए जाएंगे वितरित– खिवनी अभ्यारण अन्तर्गत इको विकास समितियों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस वर्ष 1000 चूल्हे वितरित किए जाएंगे तथा ग्रामीणों के फीडबैक एवं रुचि अनुसार यदि परिणाम अच्छे आते हैं तो अगले वर्ष शेष समितियों में भी इनका वितरण होगा!
कार्यक्रम के दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी खिवनी द्वारा ग्रामीणों को वन क्षेत्र में आग ना लगाने एवं अग्नि सुरक्षा हेतु भी समझाइश दी गई!
कार्यक्रम के दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी खिवनी भीम सिंह, वन पाल प्रमोद सास्ता, ग्राम पंचायत ओंकरा उपसरपंच सुमेर सिंह, सरपंच प्रतिनिधि कंकर्डी दिनेश दुबे, विक्रम पटेल , दीपक मोर्य, कुलदीप निगम व अन्य स्थानीय जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे!