बीमारियों को खुला आमंत्रण दे रही ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लगी सब्जियां
बीमारियों को खुला आमंत्रण दे रही ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लगी सब्जियां
सब्जियों की आनन-फानन ग्रोथ बढ़ाने के लिए हो रहा इंजेक्शन का प्रयोग
ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, जिला ब्यूरोचीफ राम प्रकाश शर्मा औरैया।
बिधूना,औरैया। कहने को तो शासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा पशुओं को दूध निकालने में प्रयोग किए जाने वाला ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है, किंतु इस प्रतिबंधित इंजेक्शन की बिक्री पर प्रभावी अंकुश नहीं लग रहा है, जिससे आलम यह है कि अब अधिकांश सब्जी उत्पादक किसान इस इंजेक्शन का प्रयोग सब्जियों को आनन-फानन तैयार करने की मंशा से ग्रोथ बढ़ाने के लिए करते देखे जा रहे हैं।
सब्जियों पर ऑक्सीटॉसिन के हो रहे प्रयोग से लोगों में घातक बीमारियां पनपने की चेतावनी दिए जाने के बावजूद इसके प्रयोग पर अंकुश ना लगने को लेकर क्षेत्रीय बुद्धिजीवियों में भारी नाराजगी है। पशुओं के दूध निकालने में प्रयोग किए जाने वाले ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन पर शासन व स्वास्थ विभाग द्वारा पिछले लंबे अर्से से पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है, किंतु इसके बावजूद शासन प्रशासन व औषधि निरीक्षण विभाग की आंखों में धूल झोंक कर कुछ तथाकथित दवा विक्रेताओं द्वारा इस प्रतिबंधित इंजेक्शन की बिक्री चोरी छिपे की जा रही है। सूत्रों से पता चला है कि अधिकांश सब्जी उत्पादक किसान इस इंजेक्शन का प्रयोग आलू , टमाटर, मिर्च, गोभी, लौकी, भिंडी, तरोई व कद्दू आदि के साथ पपीता, आंवला के पौधों में भी ऑक्सीटॉसिन का प्रयोग कर फलों की ग्रोथ बढ़ाई जा रही है। चिकित्सक डॉ शिवकुमार तिवारी व डॉ आरआर सिंह का कहना है कि ऑक्सीटोसिन के प्रयोग से दमा कैंसर चर्म रोग जैसी घातक बीमारियां पनपने का गंभीर खतरा बना रहता है। श्याम सुंदर शाक्य, हर्ष प्रताप सिंह, जितेंद्र शाक्य, दीपू त्रिवेदी आदि क्षेत्रीय बुद्धिजीवियों ने प्रतिबंधित ऑक्सीटॉसिन पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाने की शासन जिला प्रशासन से पुनः मांग की है।