आलू की भारी मंदी से किसानों की आंखों से छलके आंसू

150 से 175 रुपए प्रति पैकेट बिक रहा आलू किसानों की लागत मेहनत डूबी
ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, जिला ब्यूरोचीफ राम प्रकाश शर्मा औरैया।
बिधूना, औरैया। इस बार आलू की भारी मंदी के चलते आलू उत्पादक किसानों की लागत डूब गई है। बाजार में आलू 140 से 175 रुपए प्रति पैकेट तक बिक रहा है जिससे आलू उत्पादकों के अरमानों पर पानी फिरने से उनकी आर्थिक तंगी और कर्जदारी और अधिक बढ़ने की संभावना बन गई है, जिससे किसानों की आंखों से आंसू छलकते नजर आ रहे हैं। बिधूना तहसील क्षेत्र आलू उत्पादन के मामले में जिले में अग्रणी भूमिका निभाता है ऐसे में पिछले कई वर्षों से फसलों पर हुए प्राकृतिक प्रकोप एवं फसलों की मंदी का दंश झेल रहे।

क्षेत्र के किसानों ने इस बार अपनी किस्मत बदलने के लिए महंगा आलू का बीज खरीद कर और खाद कीटनाशक की बड़ी लागत लगाने के साथ रात दिन मेहनत करके आलू का उत्पादन किया था किंतु अचानक आलू की बेतहाशा मंदी ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है।आलम यह है कि आलू मंडियों में आलू बड़ी मुश्किल से 140 से 175 रुपए प्रति पैकेट तक बिक पा रहा है। मंडियों में हालत यह है कि आलू के व्यापारी दूर दूर तक नजर नहीं आ रहे जिससे किसानों की आंखों से आंसू छलकते नजर आ रहे हैं। यही नहीं अधिकांश कोल्ड स्टोरेज मालिक भी आम किसानों का आलू का भंडारण करने से इस बार कतरा रहे हैं जिससे पिछले कई सालों से फसलों पर हुए प्राकृतिक प्रकोप एवं फसलों की मंदी का दंश झेलने के कारण आर्थिक तंगी और कर्जदारी से जूझ रहे किसानों की अब आलू की मंदी के कारण और अधिक कर्जदारी बढ़ने की संभावना बन रही है, जिससे किसान परिवारों की चिंताएं बढ़ी हुई है। इसके बावजूद शासन व प्रशासन किसानों की बदहाली के प्रति अब तक गंभीर नजर नहीं आ रहा है।