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बदलते मौसम से अन्नदाताओं के माथे पर चिंता, उत्पादन घटने की आशंका

ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज़ नेटवर्क

शिव शंकर पाण्डेय

20फरवरी2023

कानपुर देहात।
फरवरी महीने में अचानक बदलते मौसम को देख फसलें प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है। जिसमें अन्नदाताओं के अब पसीना छूटने लगा है और गेहूं की फसल को लेकर चिंता सताने लगी है ।यह मौसम दलहनी और तिलहनी फसलों के अतिरिक्त गेहूं की फसलों के उत्पादन में घातक साबित हो सकता है। जहां किसान पिछले वर्ष गेहूं की फसल को लेकर अनुमान लगाने लगा है।


बताते चलें कि बीते पांच दिनों से मौसम के मिजाज में अचानक परिवर्तन देखा जा रहा है ।जहां ठंड का असर एकदम खत्म सा हो गया है। कड़ी धूप होने से लोग पसीना पसीना हो रहे हैं ।इस तरह का मौसम दलहनी और तिलहनी फसल के अलावा गेहूं की फसल के लिए अनुकूल नहीं है। ऐसे हालातों में असमय फसल पक कर तैयार होने की आशंका बढने लगी है। किसान लल्लन शुक्ला, रविंद्र राजपूत, बजरंग प्रसाद अवस्थी, वीरेंद्र कमल ,मुन्ना प्रजापति आदि किसानों ने बताया कि मौसम के अचानक गर्म हो जाने से समय फसलों के पककर तैयार होने की संभावना बढ़ने लगी हैं। जिससे फसलों का दाना कमजोर होगा और उत्पादन घट सकता है। फाल्गुन माह का प्रथम पखवारा ही अभी गुजरा है जिसके बाद चैत्र मास शुरू होगा लेकिन मौसम का मौजूदा रूप चैत्रमास जैसा साबित होने लगा है। किसानों के अनुसार अक्टूबर माह में बोई गई दलहन एवं तिलहन की फसलों में ज्यादा असर इस मौसम का नहीं होगा लेकिन नवंबर माह में बोई गई सभी फसलें तेज धूप और बढ़ती गर्मी से प्रभावित हो सकती हैं ।अगर ऐसा ही मौसम रहा तो फसलें असमय पककर तैयार होंगी और उत्पादन घटेगा। जिसको लेकर किसानों की चिंता साफ देखी जा सकती है।

Global Times 7

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