बिना टेेंडर कराए प्रधान ने करा दी लाखों की इंटरलाॅकिंग, पंचायत सचिव ने भुगतान कराने से किया साफ इन्कार !

- टूंडला के ग्राम पंचायत हिम्मतपुर मजरा पखरपुरा के सीडीओ दीक्षा जैन व डीपीआरओ नीरज सिन्हा ने लिया पूरे को संज्ञान !
Global Times7 News Network Teem Lucknow Uttar Pradesh
Alok Mishra
एक ओर जहां सीएम योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए बार-बार अधिकारियों पर जोर दे रहे हैं।
बावजूद इसके भ्रष्टाचार की जड़ें लगातार उतनी ही गहरी होती जा रही हैं। अधिकारियों की थोड़ी सी चूक और स्थानीय माननीयों का दवाब सीएम योगी आदित्यनाथ के सपनों को तार-तार कर रहा है।
जिसका जीता-जागता उदाहरण ग्राम पंचायत हिम्मतपुर के मजरा गांव पखरपुरा में देखने को मिल रहा है।
इस गांव में सुल्तान के घर से राजकुमार के घर तक, नेत्रपाल के घर से सुभाष के घर तक, राजपाल के घर से पवन बघेल के घर तक सड़क निर्माण का कार्य समाचार पत्र में सिर्फ विज्ञापन नुमा प्रकाशन करवाकर शुरू करवा दिया गया।

इधर, ग्राम पंचायत सचिव मान प्रताप सिंह से बातचीत की गई,तो उन्होंने बताया कि मुझे तो मामले की जानकारी ही नहीं थी। ग्राम प्रधान ने चुपचाप प्राथमिक विद्यालय टूला के दिव्यांग शौंचालय तक लगभग 15 लाख रूपये की लागत से इंटरलाॅकिंग कार्य शुरू करा दिया गया। मुझे जानकारी तब हुई, जब इस कार्य का भुगतान कराने के लिए मुझसे कहा गया। जिसकी टेंडर और पत्रावली प्रक्रिया पूर्ण न होने के कारण मैंने साफतौर पर भुगतान पास कराने से इन्कार कर दिया था। मौके पर चल रहे कार्य की तस्वीरें ही इसकी गुणवत्ता और कार्य करने के ढंग की कहानी बयां कर रही है। गांव में जिस मार्ग पर ईटों का खडं़जा पहले से बना हुआ था। उसके ऊपर ही इंटरलाॅकिंग ईटें बिछाकर सरकारी धन का दुरूपयोग किया जा रहा है।
वहीं इंटरलाॅकिंग बिछाने से पहले नाली बनाने की भी सुध नहीं ली गई है। जिसके चलते ग्राम प्रधान की मनमानी की शिकायत अधिकारियों तक जा पहुंची है, लेकिन माननीयों के दवाब के आगे अब अधिकारी भी चुप्पी साध बैठे हैं।
एडीपीआरओ एवं एडीओ पंचायत के सामने आई गुणवत्ता की हकीकत

टूंडला। इस कार्य के अलावा प्राथमिक विद्यालय पखरपुरा में लड़के-लड़कियों के लिए मूत्रालय एवं शौंचालय का भी निर्माण भी लगभग 1 लाख रूपये की लागत से कराया जा रहा है। जिसकी गुणवत्ता की हकीकत भी एडीओ पंचायत इन्द्रलता तोमर एवं एडीपीआरओ धनराज सिंह के द्वारा जांच करने पर सामने आ चुकी है। जिसके बाद दोनों ही अधिकारियों ने गुणवत्ता पर भी सवालियां निशान लगाए हैं।
अभी टेंडर नहीं हुआ, लेकिन काम हो चुका है-प्रधान
टूंडला विकास खंड ग्राम प्रधान पखरपुरा सुरेश कुमार बघेल का कहना है कि अभी इस कार्य का टेंडर नहीं हुआ है, लेकिन काम हो चुका है। अब जब टेंडर होगा। उसी के अनुसार कार्य होगा। रही बात गुणवत्ता की जांच की तो उसकी जांच करा ली जाए। जो कमी होगी, उसमें सुधार कराया जाएगा।
डीपीआरओ बोले बिना टेंडर के कार्य हुआ तो श्रमदान घोषित करेंगे, सीडीओ ने मामला संज्ञान में लेते हुए बैठाई जांच !
फिरोजाबाद विकास खंड के इस मामले में
विकास खंड की ग्राम हिम्मतपुरा के मजरा पखरपुरा के के 15 लाख रुपए में हुए कार्य के मामले को लेकर सीडीओ दीक्षा जैन ने संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करने की बात कही।
वहीं, जिला पंचायत राज अधिकारी फिरोजाबाद नीरज सिन्हा का कहना है कि अगर बिना टेंडर और पत्रावली प्रक्रिया पूर्ण किए कार्य कराया गया है, तो इसके टेंडर प्रक्रिया और गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी। इसके लिए हमने सोमवार तक का समय दिया है। अगर सोमवार तक टेंडर और पत्रावली प्रक्रिया के कागजात नहीं दिखाए जाते हैं, तो इस कार्य को श्रमदान घोषित कर दिया जाएगा।