रास्ते के विवाद में दो पक्षों में हुई जमकर मारपीट,कई घायल

पुलिस पर कवरेज के दौरान पत्रकारों से बदसलूकी का आरोप
ग्लोबल टाइम्स 7
न्यूज नेटवर्क
लखनऊ उत्तर प्रदेश
श्रेयांश सिंह सूरज
बाराबंकी।योगी सरकार के कड़े निर्देश के बाद भी जैदपुर पुलिस सरकार की छवि धूमिल करने में जुटी है।एक ओर जहां यूपी पुलिस के आला अधिकारी और योगी सरकार पुलिस की छवि को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।वहीं कुछ पुलिसकर्मी सरकार के इरादों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ प्रकरण प्रकाश में आया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते सोमवार की रात को जैदपुर कोतवाली अंतर्गत भिटौरा लखन में दो पक्षों में रास्ते के विवाद को लेकर जमकर मारपीट हो गई।जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को उपचार हेतु भर्ती कराया गया चिकित्सको ने हालत को नाजुक देखते हुए ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया।सूत्रों के मुताबिक जिसकी सूचना पर मौके पर पहुंचे अखबार समेत इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने कवरेज करना शुरू ही किया था कि पुलिस की जीप में बैठे एसएचओ के ड्राइवर ने पहले तो पत्रकारों को मौखिक रोकने का प्रयास किया।इसके बाद पुलिस पिकेट से उतरे सिपाहियों ने पत्रकारों को धमकाकर भगाने का प्रयास किया। लगातार कवरेज जारी देखकर पुलिस पत्रकारों को अपशब्द कहते हुए अभद्रता के साथ धमकाया।वही घायल पीड़ितों के मुताबिक रास्ते के विवाद का मामला कई बार जैदपुर थाने में हो चुका है। उन्होंने इसकी लिखित शिकायत भी कई बार की थी। लेकिन मौके पर डायल 100 भी नहीं पहुंचती है हालांकि पीड़ित जब इस मामले में गंभीर रूप से घायल हो गए तब आनन-फानन में पहुंची पुलिस घटना पर गंभीरता दिखाने की बजाय उल्टे पत्रकारों को ही धमकाने लगी पुलिस को इस बात का डर सता रहा था कि उनके थाने से संबंधित इस बैड वर्क को ईमानदार पुलिस कप्तान की नजर पड़ते ही शायद कोई कार्रवाई उन पुलिसकर्मियों पर भी हो सकती है।दो पक्षों में हुई इस मारपीट में कई गंभीर घायल होने से कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है।साथ ही पुलिस के मनमानी रवैया भी समाज में देखने को मिल रहा है। जो अपने बैडवर्क को छुपाने का प्रयास में जैदपुर पुलिस जुटी हुई है।जबकि आधा दर्जन लोग घायल हैं। जिसमें एक लड़की की हालत गंभीर होने के कारण ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया है घायलों के परिवार वालों ने इसकी लिखित शिकायत जैदपुर कोतवाली की थी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पत्रकारों को सम्मान की बात करते हैं दूसरी तरफ जैदपुर पुलिस पत्रकारो के साथ बदसलूकी करती है अब देखना यह है जैदपुर के पुलिस कर्मियों पर क्या कार्रवाही होती है,ये तो समय के गर्भ में है।