संघर्ष, धैर्य और विश्वास की प्रतीक थी, मां हीराबेन

ग्लोबल टाइम्स 7 डिजिटल न्यूज नेट वर्क,कंचौसी सहार ब्लॉक ब्यूरो बृजेश बाथम
विशेषांक *आदर्श मां
देश के लोकप्रिय ब यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मां के निधन पर जहां पूरे भारत में शोक की लहर फैल गई वहीं बेटे का मां के प्रति कर्तव्य और राष्ट्रहित सर्वोपरि जैसे विचार और कार्य जो देखने को मिले ,उससे हम सभी देशवासियों को सीखना चाहिए और प्रेरणा लेनी चाहिए।अचानक इतनी बड़ी मुशीवत पड़ने पर भी प्रधानमंत्री ने धैर्य और धर्म का साथ नही छोड़ा और राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए बड़े ही सादगी से अपनी मां का अंतिम संस्कार किया।संघर्ष, धैर्य,ममता और विश्वास की प्रतीक केवल मां ही होती है जो अपने बच्चों का पालन पोषण करने के लिए जीवन भर संघर्ष करती है।

रास्ते में आने बाली हर मुशीबत और दुखों को सहन करते हुए बच्चों का पालन पोषण करती है।ऐसी ही आदर्श मां थी हीराबेन।विनम्र और सरस ह्रदय वाली इस मां और बेटे की ममता और स्नेह से परिपूर्ण कहानी का इतिहास स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।क्योंकि मां ही देवी और भगवान का स्वरूप है ।केवल लोगों में मां के प्रति आस्था और विश्वास जाग्रत रखने।और कर्तव्य निभाने की हम सभी देशवासियों को जरूरत है।मातृप्रेम,और देशप्रेम होना दोनो ही राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक और महत्वपूर्ण है।