10 हजार व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को नोटिस जल्द

गोपाल चतुर्वेदी
ग्लोबल टाईम्स 7 न्यूज
मथुरा
निगम मथुरा-वृंदावन द्वारा महानगर के 24 हजार से अधिक व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की अटकी पड़ी जीआईएस सर्वे की प्रक्रिया को जल्द प्रारंभ करने जा रही है. सर्वे के तहत तैयार 10 हजार से अधिक प्रतिष्ठानों को जल्द ही नोटिस जारी किए जाएंगे. इसके साथ ही व्यावसायिक कर को लेकर दर्ज कराई गई आपत्तियों का निस्तारण भी जगह-जगह कैंप लगाकर प्रारंभ किया जा रहा
नगर निगम में कर विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान नगर आयुक्त अनुनय झा ने व्यवासायिक करों के मामले में जीआईएस सर्वे की प्रक्रिया पर तत्परता से काम करने के निर्देश दिए. बताते चलें कि नगर निगम मथुरा-वृंदावन क्षेत्र में कराए गए जीआईएस सर्वे के तहत 24 हजार से अधिक छोटे-बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं. इनमें करीब 14 हजार प्रतिष्ठानों को सर्वे के नोटिस जारी भी किए जा चुके हैं, जिन पर एक हजार से अधिक आपत्तियां प्राप्त हुई हैं. पूर्व केबिनेट बैठक में सर्वे की प्रक्रिया को चुनाव तक स्थगित रखने का निर्णय लिया गया था. सूत्रों की मानें तो निकाय चुनाव प्रक्रिया कानून पेच में फंसी हुई है. इसके चलते नगर निगम की कर वसूली की प्रक्रिया अटक गयी है. फिलहाल घरेलू जलकर व गृहकर की प्रक्रिया को स्थगित रखा गया है, लेकिन व्यवासायिक प्रतिष्ठानों के मामले में तैयार जीआईएस सर्वे के नोटिसों को जारी करने का काम शुरु किया जा रहा है. इसके साथ ही सर्वे नोटिसों पर प्राप्त होने वाली आपत्तियों का जगह-जगह कैम्प लगाकर निस्तारण करने के कर विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं. इसके अलावा मुख्य कर निर्धाण अधिकारी, कर निर्धारण अधिकारी एवं कर अधीक्षक पृथक-पृथक व्यवसायिक प्रतिष्ठान पर जाकर मौके पर ही निस्तारण करायेंगे.
इसके अलावा निर्देश दिए गए कि अपार्टमेन्ट का सर्वे उपरान्त कर लगाने की कार्यवाही करते हुए कर की वसूली करने के निर्देश दिए गए.बैठक में यह भी कहा गया कि शराब की दुकानों से लाइसेंस शुल्क वसूल किये जाने हेतु नोटिस निर्गत किये गये हैं. नगर आयुक्त ने निर्देशित किया कि जिन दुकानों से लाइसेंस शुल्क नहीं दिया जाता है उनके खिलाफ नगर निगम अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही अमल में लायी जाए. इसके अलावा रूफटॉप के माध्यम से विज्ञापन करने वाले विज्ञापन कर्ता से नियमानुसार शुल्क वसूलने की कार्यवाही करने व लक्ष्य के सापेक्ष कर की वसूली करने निर्देश दिए गए. नगर आयुक्त ने साफ कहा कि इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्यवाही होगी. बैठक में सहायक नगर आयुक्त राजमकुमार मित्तल, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी एसके गौतम, कर निर्धारण अधिकारी रामेश्वर दयाल, कर अधीक्षक उम्मेद सिंह, राजस्व निरीक्षक आदि थे.