सरकार के सिंचाई विभाग का लाखों रुपया हुआ फुर्र,नहरों की सफाई जस की तस!
नहर की सफाई केलिए दस लाख का आया बजट,पूरा हुआ खत्म, हो गई सिर्फ खानापूर्ति !
Global Times7 News Network Lucknow Uttar Pradesh
Ashish Singh !
Fatehpur!
जिले में नहरों की सिल्ट सफाई के लिए इस बार शासन से करोड़ों का बजट आया है, लेकिन नहर विभाग की अंधेरगर्दी का नतीजा है कि जिले में किसी भी नहर की पूरी तरह से सिल्ट सफाई तो हुई ही नहीं है, ऐसे में विभाग की खानापूर्ति को लेकर अब ग्रामीणों में काफी गुस्सा है,किसानों ने बताया कि नहरों की सफाई ना होने की वजह से नहरों की झाड़ियों से पानी नहीं निकल पाता,जिससे उनकी फसल सूखकर बर्बादी की कगार पर पहुंच जाती है, जबकि सरकार किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने के लिए नहरों की सफाई का करोड़ों का बजट देती है, लेकिन विभाग के लोग काम नहीं करते और खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है।
निचली गंगा नहर प्रखंड फतेहपुर में सिल्ट सफाई के नाम पर विभाग पर मानकों को ताक पर रखकर काम कराने के आरोप लगे है,बतादें निचली गंगा नहर प्रखंड के तहत सुजानपुर रजबहा जो कि 41 किलो मीटर की है, यमुना कटरी इलाके से गुजरने वाली इस नहर के पानी को खेती के लिए काफी अहम माना जाता है, लेकिन नगर की तस्वीरें देखकर कहीं से भी नहीं लगता है कि इस नहर में कुछ काम भी हुआ होगा, अधिशाषी अभियंता ने बताया कि नहर के लिए करीब दस लाख का बजट शासन से आया था, और नहर का पूरा काम खत्म हो चुका है, जबकि तस्वीरें एक्सियन के काम की गवाही खुद ही दे रही है, वहीं जिले की ये केवल एक नहर तो बानगी है, लगभग सभी नहरों में शासन से सफाई के लिए जो पैसा आया है, उसका 20 प्रतिशत काम ही किया गया है, वहीं विभाग की पोल ना खुले इस लिए एक्सियन जेपी वर्मा ने रात में नहरों में पानी चालू करवा दिया, जिससे नहरों की सिल्ट सफाई पर पर्दा डाला जा सके।