जिला मुख्यालय से बेला तक 427 करोड़ रुपए से बनेगी सड़क फोरलेन

बाबरपुर से दिबियापुर तक भी होगी सड़क फोरलेन
ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, समाचार संपादक डॉ धर्मेंद्र गुप्ता औरैया, उत्तर प्रदेश।
औरैया। जिले में पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता की पहल पर जल्द ही सड़के चमाचम दिखाई देंगी। यात्रियों की यात्रा भी सुगम हो जाएगी। जिला मुख्यालय ककोर वाली सड़क को दो भाग में बेला तक फोरलेन बनाने की योजना बनाई गई है।इसमें जिला मुख्यालय से बेला तक 427 करोड़ की लागत आएगी। जबकि दूसरे राउंड भाग में जिला मुख्यालय से औरैया की यमुना पुल तक बाईपास होते हुए 180 करोड़ से फोरलेन बनेगी। इसकी जानकारी देते हुए अधिशासी अभियंता ने बताया इसके साथ ही बाबरपुर से दिबियापुर व फफूंँद से सल्हापुर होते हुए जिला मुख्यालय ककोर तक फोरलेन को प्रस्तावित किया गया है। इन सभी सड़कों का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है।
बिलरायां पनवाड़ी राजमार्ग को फोरलेन बनाने की योजना कई सालों से चल रही थी। इस योजना की पहल पूर्व कृषि राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत ने भी की थी। पर यह योजना परवान नहीं चढ़ सकी।अभी कन्नौज और बेला तक फोरलेन बना हुआ है। बेला से दिबियापुर की ओर फोर लाइन बनाने के लिए पहले बाईपास की योजना बनाई गई थी। जिसका प्लान और एस्टीमेट बनकर शासन को नहीं भेजा जा सका ।वर्तमान में दिबियापुर औरैया मार्ग पर इस समय फोरलेन बनने से जाम मुक्ति से निजात व यातायात सुगमता हो जाएगी। इस समय प्रतिदिन 20,000 से अधिक वाहनों का आवागमन हो रहा है। जबकि फोरलेन बनने के लिए 15000 से अधिक वाहनों का आवागमन जरूरी होता है। लोक निर्माण विभाग ने इस फोरलेन का प्लान बनाकर तैयार कर लिया है। जिसमें जिला मुख्यालय से राज्य मुख्यालय जोड़ने के तहत ककोर से सीधा तिर्वा एक्सप्रेस भी के लिए बनाने का प्रस्ताव दिया गया। जिसमें दिबियापुर का रेलवे ओवरब्रिज और नहर पुल भी शामिल है। साथ ही साथ विभाग की ओर से नहर पुल पर बने मकान जद में आयेगे।जबकि यह मकान सिंचाई विभाग की जमीन पर हैं। मकान मालिकों को जमीन का मुआवजा ना देकर यह आकलन किया जाएगा कि मकान बनाने में कितने रुपए खर्च हुए। फोरलेन के बाईपास का भी स्टीमेट तैयार हुआ है जिसमें 11 किलोमीटर के बाईपास पर 176 करोड़ की लागत आ रही है यहां विभाग को भूमि अधिग्रहण करनी पड़ेगी। इस प्लान से विभाग का बजट बहुत हो रहा है। इसलिए बाईपास के प्रस्ताव पर फिलहाल शासन की मोहर लगने की कम संभावना है। साथ ही विभाग ने बाबरपुर से दिबियापुर कोई फोरलेन बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है, यहां भी प्रतिदिन वाहनों की संख्या 10 हजार के करीब है। जिला मुख्यालय से जोड़ने के उद्देश्य से सल्हापुर फफूंँद वाली सड़क के फोर लाइन होने से लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता अभिषेक यादव ने बताया कि स्टीमेट बनाकर शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।जिससे मार्च के नए सत्र से प्रस्ताव पास होकर बजट आने की उम्मीद है उनका प्रयास यह रहेगा कि जिले की सभी सड़कों को बेहतर बनाया जाए।जिससे लोगों को आवागमन में सरल सुगम सुविधा उपलब्ध हो।