आयोजित संगोष्ठी इंडिया से भारत की ओर को संबोधित करते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष है

ग्लोबल टाइम्स 7
न्यूज़ नेटवर्क
उन्नाव
फुन्नी त्रिपाठी
उन्नाव बीघापुर। आयोजित संगोष्ठी इंडिया से भारत की ओर को संबोधित करते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि भारतीय संस्कृति सारी दुनिया को ज्ञानवान बनाने की रही है।जब कि विदेशी आक्रमणकारी लोगो के विचार भारत के प्रति नकारात्मक रहे।ब्रिटेन के प्रधान मंत्री रहे विंस्टन चर्चिल भारत को स्वतंत्रता देने के समय कहते थे भारत के लोग सत्ता नही संभाल सकते लेकिन आज ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बने निश्चित ही भारतीय संस्कृति के सुचालक होने का परिणाम है। दक्षिण अफ्रीका में रहने वाले लोगो को भारतीय संस्कृति की जानकारी के उद्देश्य को लेकर महात्मा गांधी ने अफ़्रीका में इंडियन ओपिनियन नामक अखबार निकाला था।
मैक्स मूलर ने अपनी पुस्तक में लिखा कि लोकहित, लोक कल्याण व विश्व कल्याण के लिए सबसे अच्छा आकाश व अच्छी भूमि भारत की ही है।पत्रकारिता का काम लोगो को सुचालक बनाने का है। स्वतंत्रता आंदोलन से लोगो को जोड़ने के लिए तत्कालीन पत्रकारों ने सांस्कृतिक राष्ट्र वाद का शंख नाद अपनी लेखनी से किया है। जब संस्कृति मजबूत होगी तभी राष्ट्र मजबूत होगा।सारी दुनिया आज भारत की ओर देखती है।हमे स्वतंत्रता के समय या पहले जो पत्रकारों ने नींव रखी है उसे आगे बढ़ाते हुए भारतीय संस्कृति को बचाये रखना है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ नई दिल्ली के राष्ट्रीय उच्च शिक्षा प्रभारी महेंद्र कुमार ने कहा कि 75 वर्ष बाद भी औपनिवेशिक मानसिकता से हम ग्रषित है। भारत में रहने वाले लोगों ने त्याग करने वाले लोगों को श्रेष्ठ माना है ।
वरिष्ठ पत्रकार एवम संपादक अशोक कुमार पांडेय ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता की अंग्रेजी गुलामी से मुक्ति दिलाने में अपनी अहम भूमिका है।बाल कृष्ण शर्मा नवीन,प्रताप नारायण मिश्र ,गणेश शंकर विद्यार्थी,बेनी माधव आदि पत्रकारो ने अंग्रेजो के ख़िलाफ़ विद्रोह का विगुल फूंका और जेल की यातनाएं सही।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र भदौरिया ने कहा कि दूषित विचारधारा व हेय दृष्टि के चलते इंडिया दैट इज भारत बना दिया गया,लार्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति ने भारतीय संस्कृति को नष्ट करने का काम किया है।वैदिक साहित्य, ज्ञान का समुच्चय है।हमे जानना होगा पश्चिम की नियति क्या है। संगोष्ठी में प्रमुख रूप से अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भगवती सिंह, निराला महाविद्यालय के प्रबंधक तनुज अवस्थी, नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंद नारायण शुक्ल, पत्रकार अविनाश बाजपेई पत्रकार संजय त्रिवेदी पत्रकार रामू पत्रकार कुलदीप अग्निहोत्री पत्रकार प्रशांत तिवारी पत्रकार दिवाकर सिंह संजय पांडे फौजी राम मंगल मिश्रा प्रधान सगवर पत्रकार दुर्गेश सिंह निशा कांत दीक्षित उदल फौजी, बराती चौधरी, महानंद शुक्ला, अनुज तिवारी, प्रमोद कुमार वर्मा, महेंद्र मिश्र, बीघापुर ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि प्रकाश सिंह ,भोले सिंह प्रधानबैगुलाल खेड़ा,कल्लू तिवारी,दिनेश गुप्ता,अजय बाजपेयी आदि सैकड़ों लोग रहे आभार भगवती सिंह ने किया।