उत्तर प्रदेशलखनऊ

जिला अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर ने मरीज को कानपुर के लिए किया रेफर

जिला अस्पताल बना रिफर सेन्टर

वही इनडोर की ड्यूटी पर मुस्तैद डॉक्टर ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में ही किया भर्ती

जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में बने आईसीयू में भर्ती उपरोक्त मरीज अब कर रहा है राहत महसूस

जिला अस्पताल के इनडोर ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर के प्रयासों से यहां से रिफर किया जा रहा उपरोक्त मरीज भटकने से बचा उसे जिला अस्पताल में ही मुहैया हो गया बेहतरीन उपचार

ग्लोबल टाइम्स-7
डिजिटल
न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला प़शासनिक संवाददाता
कानपुर देहात….

. जिला अस्पताल पुरुष ने मरीज रेफर करने की आदतों में डॉक्टरों द्वारा सुधार नहीं किया जा रहा है रविवार की रात्रि में एक बच्ची पर गर्म पानी गिर गया था जिसके फलस्वरूप उपरोक्त बच्ची झुलस गई थी उपरोक्त बच्ची को उसके परिजन उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर आए थे जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मुस्तैद डॉक्टर ने उसे देखने के बाद उसे आनन-फानन हैलट अस्पताल कानपुर के लिए रिफर कर दिया था लेकिन इसी दौरान जिला अस्पताल में इनडोर कि ड्यूटी पर आये डॉक्टर ने उपरोक्त बच्ची का हैलट अस्पताल रेफर किए जाने का विरोध करते हुए उसे ट्रामा सेंटर में बने आईसीयू में भर्ती कराकर उसका इलाज शुरू करा दिया अब उपरोक्त बच्ची की हालत में सुधार होता हुआ नजर आ रहा है…
मालूम हो कि जिला अस्पताल पुरुष में अकबरपुर निवासी 11 वर्षीय निशा के ऊपर गर्म पानी गिर गया था जिसके फलस्वरूप हुआ झुलस गई थी उसके परिजन उसे रविवार की रात्रि में उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर आए थे जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मुस्तैद डॉक्टर द्वारा बच्चों को देखने के बाद उसके परिजनों को बताया गया कि उपरोक्त बच्ची 40% से अधिक जली है इसलिए उपरोक्त बच्ची का यहां इलाज संभव नहीं है तत्पश्चात उपरोक्त बच्ची को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मुस्तैद डॉक्टर द्वारा उपचार के लिए हैलट अस्पताल के लिए रिफर कर दिया गया था इसी दौरान इनडोर की ड्यूटी कर रहे डॉक्टर एन के बाजपेई मौके पर आ गए और उन्होंने बच्ची की हालत को देखकर उसे हैलट अस्पताल रिफर किए जाने का विरोध करते हुए बताया गया कि उपरोक्त बच्ची 20% ही जली है इसका इलाज यही संभव है उपरोक्त बच्ची को डॉक्टर एनके बाजपेई ने जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में बने आईसीयू में भर्ती कराकर उसका इलाज शुरू करा दिया खबर लिखे जाने तक उपरोक्त बच्ची की हालत में सुधार होता हुआ नजर आने लगा है वही अकबरपुर कस्बा निवासी 80 वर्षीय पराला देविका ऑक्सीजन लेवल गिर रहा था उन्हें भी आईसीयू में भर्ती किया गया जिनका की वर्तमान समय में ऑक्सीजन लेवल दूरस्थ हो गया है इधर ओपीडी के नोडल अधिकारी डॉक्टर ए पी सिंह ने बताया कि सोमवार को 1220 मरीजों का उपचार हुआ है इस दौरान ओपीडी ब्लॉक से लेकर औषधि वितरण केंद्र तक काफी भीड़ रही है..वही ऐसा प़तित होता है कि डाक्टर अपनी जिम्मेदारी निभाने मे कतरा रहे हैं शायद उन्हें इलाज न करने को कहा गया हो केवल रिफर करते रहो

Global Times 7

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