उत्तर प्रदेशलखनऊ

भ्रष्टाचार में लिप्त ग्राम सचिव को डीएम ने हटाया, जांच के दिये आदेश

अबैध कमाई का था मालिक

ग्राम प्रधानों की शिकायत के आधार पर डीएम ने की कार्रवाई

रसूलाबाद की विधायक ने भी मामले को लेकर जताई थी नाराजगी
ग्लोबल टाइम्स-7
डिजिटल
न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
प़शासनिक संवाददाता
कानपुर देहात।

भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद जिला पंचायत अधिकारी ने मंगलपुर पंचायत सचिव अनुराग त्रिवेदी को हटा दिया गया। डीएम के निर्देश पर जिला प्रोविजन अधिकारी के नेतृत्व में जाँच कमेटी बनाई है। उक्त सचिव के खिलाफ भष्टाचार की कई शिकायतें होने के बाद जिला प्रशासन एक्शन में आया।
लक्जरी गाडियों के शौकीन, राजनैतिक रसूक के चलते ग्राम सचिव अनुराग त्रिवेदी अपने आपको डीपीआरओ समझने लगा था। अब जिला अधिकारी के आदेश पर कुंडली खंगाली जा रही है।अकूत संपत्ति के मालिक अनुराग त्रिवेदी पर आरोप है कि जिले के आला अफसरों को भी धमकाता रहता है । ग्राम पंचायत मंगलपुर के सचिव अनुराग त्रिवेदी की मंगलपुर में तैनाती में शासनादेश का भी पालन नहीं किया है। करीब तीन साल से भी अधीक्षक से एक ही जगह जमा बैठा रहा, ग्रामीणों की शिकायत पर रसूलाबाद विधायक पूनम संखवार ने अनुराग त्रिवेदी के भष्टाचार पर जाँच न करने पर नाराजगी व्यक्त की थी और चेतावनी दी थी कि अगर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तो मामला मुख्यमंत्री के यहाँ तक जायेगा । जिसके बाद सैकडों ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त शपथ पत्र जिला अधिकारी कानपुर देहात को दिये गये । जिसमें भष्टाचार के गम्भीर आरोप सचिव अनुराग त्रिवेदी पर लगाये गये थे। जिला अधिकारी कानपुर देहात ने तत्काल अनुराग त्रिवेदी का स्थानांतरण कर दिया। जिला प्रोविजन अधिकारी के नेतृत्व में एक जाँच कमेटी नियुक्त कर दी गयी है। अब अनुराग त्रिवेदी के फर्जी फर्मो में भुगतान करने व मनमाने ढंग से प्रधान का ढोगल अपने पास रख कर फर्जी भुगतान करने की जाँच शुरू हो चुकी है ।।इस सन्दर्भ में जिला पंचायत राज्य अधिकारी कानपुर देहात ने बताया की सचिव को मंगलपुर से हटा दिया गया है और जाँच अधिकारी को स्थलीय जाॅच का आदेश जिला अधिकारी ने दिया है।

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