वह दिन दूर नहीं जब जनपद के साथ प्रदेश का ब्राम्हण सभी को करा देगा अपनी एकता का एहसास : उमेश त्रिवेदी

रविवार को श्री कामतानाथ विप्र संगठन की बैठक का बैरी सवाई में हुआ भव्य आयोजन
संगठन के मुख्य संस्थापक पंडित उमेश त्रिवेदी ने दिया आपसी एकता को बढ़ाने पर जोर
ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
प़शासनिक संवाददाता
कानपुर देहात
जनपद कानपुर देहात मे
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत श्री कामतानाथ विप्र संगठन की 45 वीं बैठक का भव्य आयोजन बैरी सवाई स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में किया गया। बैठक में पहुंचे संगठन के मुख्य संस्थापक तेज तर्रार हिंदूवादी नेता पंडित उमेश त्रिवेदी का बैठक के आयोजक अंकित शुक्ला द्वारा पगड़ी पहनाने के साथ श्रीराम चरित मानस भेंट कर स्वागत किया गया इस दौरान उमेश त्रिवेदी द्वारा कहा गया कि आज आप सभी को एक स्थान पर एकत्र देखकर बुजुर्गों की वह बात बहुत याद आती है कि हकीकत में ब्राम्हण से बड़ा कोई शक्तिशाली नहीं है और न ही ब्राह्मण जैसा कोई विद्वान है लेकिन बात जब आपसी एकता की आती है तो ब्रह्मणों को जगाना पड़ता है।उन्होंने कहा कि बड़ा गर्व होता है ईश्वर द्वारा दिए गए इस आशीर्वाद को सोच कर कि उन्हें जिले में ब्राम्हण को एकता के मंच पर लाकर खड़ा करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
जिले की राजनीति में अपनी बेबाक शैली के चलते जन जन के बीच चर्चित एवं लोकप्रिय रहने वाले ब्राम्हण नेता पंडित उमेश त्रिवेदी द्वारा लगभग वर्ष भर पूर्व श्री कामतानाथ विप्र संगठन की स्थापना की गई थी उद्देश्य जनपद में समस्त ब्राम्हण जनों को एकता के सूत्र में बांधकर एक मंच पर लाकर खड़ा करने का था माना जाता है कि जो व्यक्ति नेकी की राह पर चलते हुए अपने कदमों को आगे बढ़ाता है उसका ईश्वर भी सहयोग करते हैं कुछ ऐसा ही पंडित उमेश त्रिवेदी के साथ आज होता दिखाई दे रहा है।क्योंकि उनके आवाहन पर जिस कदर ब्रह्म समाज एक होकर आगे बढ़ रहा है वह जिले की राजनीति में लोगों के बीच चर्चा का विषय बना है।रविवार को 45 वी बैठक में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए उमेश त्रिवेदी द्वारा कहा गया कि अब समय आ गया है जब ब्रह्म समाज को सामने आकर यह संदेश देना होगा कि हमारी एकता पर कोई प्रश्न चिन्ह न लगाएं और हमारी और बुरी निगाह लगाने की भी किसी को आवश्यकता नहीं है क्योंकि ब्राम्हण यदि अपमानित हुआ और क्रोधित हुआ तो वह क्या कर सकता है यह बताने की आवश्यकता नहीं है जिन्हें यह जानने की चाहत हो वह इतिहास उठाकर देख सकते हैं उन्होंने कहा कि आज हम सभी लोग जिस तेजी के साथ एक दूसरे कां हाथ पकड़ कर आगे बढ़ रहे हैं इसे देखकर यह महसूस होने लगा है कि अब वह दिन दूर नहीं जब जनपद ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का ब्राम्हण एकजुट होकर किसी को भी आगे बढ़ाने में सक्षम खड़ा दिखाई देगा उन्होंने सभी से आपसी एकता को बढ़ावा दिए जाने का आवाहन किया।बैठक के दौरान कमलेश मिश्रा राजेश पांडेय शेष नारायण तिवारी भुवनेश त्रिपाठी पत्रकार ओम जी पाठक हरी मोहन शुक्ला देवी प्रसाद शुक्ला श्री कांत शुक्ला लाल बिहारी मिश्रा पारस त्रिवेदी राजा पाठक हरि शंकर शुक्ला राजेश त्रिवेदी विजय दीक्षित कपिल मिश्रा उत्तम तिवारी छोटे मिश्रा कल्लू दीक्षित सहित अनेकों लोग मौजूद रहे।