किसान नेता चौधरी स्व महेंद्र सिंह टिकैत की भाकियू अराजनैतिक ने मनाई 14वीं पुण्यतिथि

*संगठन की मजबूती व किसानों की समस्याओं के निराकरण का भी लिया संकल्प*
*जीटी 7 डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया, कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट, रामप्रकाश शर्मा। 15 मई 2025*
*#बिधूना,औरैया।* भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक द्वारा बिधूना तहसील क्षेत्र के ग्राम अमौआहार में किसान नेता स्वर्गीय चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की 14वीं पुण्यतिथि भारी श्रद्धा के साथ मनाई गई इस अवसर पर स्वर्गीय चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किए जाने के साथ उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर संबोधित करते हुए भाकियू अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि महात्मा किसान नेता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत किसानों के सच्चे हितैषी थे और उन्होंने जीवन पर्यंत किसानों के हक अधिकार की लड़ाई लड़ी ऐसे में उनके द्वारा दिए गए योगदान को कभी भुलाया लाया नहीं जा सकता है। .उन्होंने कहा कि भाकियू अराजनैतिक ने अपनी स्थापना के तीन वर्ष किसानों के हक अधिकार की लड़ाई लड़ते हुए सफलतापूर्वक पूरे किए हैं और यही कारण है कि भाकियू अराजनैतिक का लगातार विस्तार हो रहा है। जिलाध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि भाकियू अराजनैतिक किसानों के हक अधिकार और सम्मान स्वाभिमान की रक्षा के लिए प्राण तरण से संकल्पित है ऐसे में किसानों की जिम्मेदारी है कि वह संगठन के साथ जुड़कर अन्याय अत्याचार व शोषण करने वालों वह सबक सिखाएं। इस मौके पर भाकियू अराजनैतिक के जिला प्रवक्ता डॉ धीरेंद्र सिंह सेंगर ने कहा कि किसान नेता स्वर्गीय महेंद्र सिंह टिकैत किसानों के सच्चे हमदर्द और मसीहा थे और उन्होंने अपना समूचा जीवन किसानों के हित में खफाया। उन्होंने कहा कि भाकियू अराजनैतिक को भी किसानों के दुख दर्द की चिंता है और इसी का परिणाम है कि भाकियू अराजनैतिक लगातार किसानों की समस्याओं को लेकर सड़कों पर संघर्ष कर रही है और यह बात किसान भी भली बात समझ रहे हैं। डॉ सेंगर ने कहा कि भाकियू अराजनैतिक की बड़े पैमाने पर किसनों द्वारा सदस्यता लेने से संगठन की ताकत बढी है और उनके नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का यह प्रयास है कि किसानों को आसानी से हक अधिकार और न्याय मिल सके। इस मौके पर रामपाल सिंह भदौरिया, गजेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, संवत सिंह, गणेश सिंह, हाकिम सिंह, राजकुमार, माया प्रकाश, रामकुमार, अरुण कुमार, शिवदास, सुखलाल, सुरेंद्र सिंह, निखिल, सुबोध, शिवप्रताप सिंह, रामसनेही, संदीप कुमार, कृष्ण कुमार, ईशू कुशवाहा, इंद्रपाल सिंह यादव, मनोज कुमार, श्याम प्रताप, अजय कुमार, पंकज प्रजापति, ऋषि कुमार, फतेह सिंह, आशीष, शिव प्रकाश, हरपाल सिंह, सक्षम यादव, राजबहादुर, शील कुमार, विनय प्रकाश, प्रेम कुमार, राम खिलावन, शैलेंद्र, संजीव कुमार, उम्मेद सिंह,सौरभ कुमार, सुघर सिंह, रविंद्र सिंह, दिग्विजय सिंह, पुष्पेंद्र कुमार, चंद्र प्रकाश, बलवान सिंह, वीरेंद्र यादव, संजय सिंह, दिनेश चंद्र, अनिरुद्ध, नरेंद्र सिंह, श्रवण कुमार, राजन यादव, आशीष यादव आदि आदि किसान नेताओं के साथ भारी संख्या में किसान मौजूद थें।