नगर पंचायत नहीं करा पाई प्राचीन तालाब का सौंदर्यीकरण

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*शासन के द्वारा तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए बजट भी प्रस्तावित*
*कंचौसी नगर पंचायत की मुख्य बस्ती के बीच में स्थित है, प्राचीन तालाब*
*गंदगी से भरा तालाब झाड़ियों में तब्दील,आज तक टाऊन एरिया द्वारा निर्माण तो दूर ,साफ सफाई भी नहीं कराई गई।*
*ग्लोबल टाईम्स 7 न्यूज नेटवर्क*
*कंचौसी, कानपुर देहात, स्टेट हेड संपादक डा. धर्मेन्द्र गुप्ता*
कंचौसी नगर पंचायत वार्ड न.3 मुखर्जी नगर में स्थित ब्रिटिश हुकूमत के समय का पड़ा जीर्ण शीर्ण प्राचीन तालाब अभी तक ज्यों का त्यों पड़ा हुआ है। तालाब की इस दशा को देखकर कुछ लोगों ने इसमें घरों का कूड़ा करकट फेकना भी आरंभ कर दिया है जिससे तालाब का पानी दिनों दिन प्रदूषित होता जा रहा है।
जहां प्रदेश सरकार तालाबों के सौंदर्यीकरण पर विशेष अभियान चलाकर करोड़ों रूपये खर्च कर रही है,वहीं इस योजना से जुड़े आला अधिकारी ढुलमुल रवैया अपनाकर इस योजना को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। सरकार द्वारा चलाई जा रहीं महत्वाकांक्षी योजनाओं में तालाबों का रख रखाव व सौंदर्यीकरण प्रमुख है क्योंकि तालाबों के कायाकल्प से पर्यावरण शुद्ध होता है और तरह तरह के पशु पक्षियों को वहां आहार विहार का सुनहरा अवसर मिलता है। इसके अलावा आम लोगों को भी गर्मियों में तालाब के किनारे बैठने और भ्रमण करने से शुद्ध वातावरण मिलता है और उनको वहां सुख शांति का आभास होता है।
संयोग की बात यह है कि देश की आजादी में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने वाले स्वतंत्रता सेनानी रहे छोटेलाल गुप्ता के परिजनों के घर के आसपास है जिसकी दशा इतनी दयनीय हो चुकी है कि पशु पक्षी भी इस तालाब में भरे विषैले पानी को पीने से डरते है। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि इस तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए सरकार द्वारा बजट भी पास किया जा चुका है और कई बार तालाब की मापतौल भी हो चुकी है। आम जनता के लिए यह जांच का विषय है। बहराल अब लोगों का सरकार और आला अफसरों से यही सवाल है कि आखिर इस तालाब का कायाकल्प कब तक होगा।