औरैया व फफूंद में धूमधाम से निकली गई महर्षि वाल्मीकि की शोभायात्रा

*दोनों शोभायात्राओं में रथों पर सजी सजीव झांकियां रही आकर्षण का केंद्र* *जीटी-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया, कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट, राम प्रकाश शर्मा। 17 अक्टूबर 2024* *#औैरैया।* महर्षि बाल्मीकि जयंती के अवसर पर गुरुवार को औरैया शहर व फफूंद कस्बा में धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई। इसमें महर्षि बाल्मीकि के जीवन पर आधारित और विभिन्न देवी-देवाओं की झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। शोभा यात्रा में शामिल लोग बैंडबाजे की धुनों पर नाचते दिखे। शोभा यात्रा का औरैया में जगह-जगह स्वागत भी किया गया।
शहर के फफूंद रोड स्थित शहर के मोहल्ला बनारसीदास से बाल्मीकि समाज की ओर से गुरुवार की शाम भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। बैंडबाजे के साथ शुरु हुई यह यात्रा फफूंद रोड, गोविंद नगर गेट, दिबियापुर रोड, सुभाष चौराहा, जेसीज चौराहा होते हुए वापस बनारसीदास मोहल्ले में पहुंचकर समाप्त हुई। यात्रा के समापन पर आयोजित कार्यक्रम में समाज के लोगों को एकजुट होने और शिक्षा पर जोर देने को लेकर चर्चा की गई। शहर में कई स्थानों पर नगरवासियों ने यात्रा का स्वागत किया। नगर पालिका परिषद के बाहर नगर पालिका अध्यक्ष अनूप कुमार गुप्ता ने अपनी टीम के साथ यात्रा का भव्य स्वागत किया। इसके अलावा समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद प्रतिनिधि रमेश चंद्र शर्मा ने भी शोभायात्रा के दौरान महर्षि वाल्मीकि स्वरूप भेषधारी सजीव झांकी का माल्यार्पण का स्वागत किया। साथ ही महर्षि बाल्मीकि की झांकी का पूजन किया। पालिका अध्यक्ष ने कहा कि हम सभी को महर्षि बाल्मीकि के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। यात्रा को सफल बनाने के लिए राजेश बाल्मीकि, रामप्रकाश, श्याम सुंदर आदि ने सहयोग प्रदान किया।
इसी तरह से कस्बा फफूंद में गुरुवार को नगर के रामलीला मैदान के पास स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर से धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा को पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि अनुराग शुक्ला ने फीता काटकर झंडी दिखा कर रवाना किया। नगर की प्रमुख सड़कों पर निकली शोभायात्रा में सजी सजीव झांकियों ने लोगों का मन मोह लिया। महर्षि के मंदिर में सुबह सात बजे आरती पूजन के बाद प्रसाद वितरण किया गया। शाम को नगर की मुख्य सड़कों पर शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा के आगे बैंडबाजों पर भजन संगीत के साथ लोग हाथों में भगवा ध्वज लिए हुए चल रहे थे। लवकुश का स्वरूप धरे बच्चे रथों की शोभा बढ़ा रहे थे। भगवान भोलेनाथ, श्रीराम, महर्षि वाल्मीकि, मयूर रूप में श्रीकृष्ण राधा और रथ पर सवार श्रीराम,लक्ष्मण, माता सीता की सजीव झांकी के पीछे रामायण के साथ महर्षि वाल्मीकि की पालकी चल रही थी। शोभा यात्रा में सुरक्षा की दृष्ट से पुलिस प्रशासन मौजूद रहा। तथा शोभा यात्रा टाकीज रोड, मोहल्ला कायस्थान, भराव, ऊंचा टीला होकर औरैया-फफूंद मार्ग पर पहुंची और तारहपुर, मोतीपुर, अछल्दा चौराहा, तिराहा चमनगंज, ख्यालीदास से पुन: वापस आकर राम लीला मैदान कर जाकर समाप्त हो गई। इस मौके पर वाल्मीक के समाज समस्त लोग मौजूद रहें।