क्रीमी लेयर कानून का विरोध नहीं, जन जागरूकता की आवश्यकता है-सतेन्द्र सेंगर “राष्ट्रीय अध्यक्ष
Kanpur

*क्रीमी लेयर कानून का विरोध नहीं, जन जागरूकता की आवश्यकता है-सतेन्द्र सेंगर “राष्ट्रीय अध्यक्ष”*
*जीटी-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया, कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट, रामप्रकाश शर्मा। 23 अगस्त 2024*
*#औरैया।* आजकल क्रीमी लेयर कानून को लेकर जगह जगह चर्चा एवं विरोधाभाष हो रहा है, वहीं मीडिया अधिकार मंच भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र सेंगर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 1 अगस्त 2024 को क्रीमी लेयर कानून लाने का फैसला करते हुये सराहनीय पहल की है। . मीडिया अधिकार मंच भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र सेंगर ने जनता से की अपील करते हुए उन्हें क्रीमी लेयर कानून से होने वाले लाभ को अवगत कराते हुए कहा है कि क्रीमी लेयर कानून का बिरोध नहीं सर्वोच्च न्यायालय का धन्यवाद करना चाहिये क्योंकि क्रीमी लेयर कानून एक ऐसा कानून है जोकि एससी एन्ड एसटी के परिवारों को मिलने वाले आरक्षण से एससी एन्ड एसटी के उन परिवारों को आरक्षण से बाहर का रास्ता दिखाने का प्रयास किया गया है। जिनकी आय 8 लाख रुपए प्रति वर्ष है, या जिनके परिवार में सरकारी कर्मचारी है, सतेन्द्र सेंगर ने क्रीमी लेयर कानून का समर्थन करते हुए कहा है क्रीमी लेयर कानून का विरोध नहीं जन जागरूकता की आवश्यकता है,
जिससे लोगों को क्रीमी लेयर कानून एवं सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा किया गया फैसला की हो सके।
सतेन्द्र सेंगर ने बताया कि क्रीमी लेयर कानून लागू होने से एससी एन्ड एसटी के पिछड़े परिवारों से अपील करते हुए कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने क्रीमी लेयर कानून लाकर आप जैसे सभी परिवारों का विकास कराना चाहती है। क्रीमी लेयर कानून के विरोध 21 अगस्त 2024 को कई पूंजीपतियों के इसारे पर राजनैतिक दलों ने विरोध करते हुए भारत बन्द करने की घोषणा की थी। जिसका असर मात्र 20 प्रतिशत ही देखने मिला है, क्योंकि देश की जानता जागरूक हो गई है। जोकि अब वह राजनैतिक दलों के भड़काने में नहीं आने वाली हैं।