उत्तर प्रदेश

जिले में ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी से मचा हड़कंप .

जनपद के मेडिकल स्टोर संचालकों ने बताई आप बीती जीटी-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया, कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट रामप्रकाश शर्मा। 18 जून 2024 . #औरैया। जिले के मेडिकल स्टोरों पर ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा छापामारी का कार्य किया जा रहा है। इस छापामारी के चलते मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। ग्लोबल टाइम्स 7 के कानपुर मंडलब्यूरोचीफ से जिले के विभिन्न मेडिकल संचालकों ने छापामारी के दौरान हो रही अनियमिताओं के बारे में जानकारियां दी हैं। मेडिकल संचालकों में ड्रग इंस्पेक्टर पर अपनी प्रक्रियाएं भी दी हैं। इसके साथ ही उन्होंने मामले की जांच कराये जाने के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों से मांग की है, जिससे सच्चाई सामने आ सके। देखना है कि विभागीय अधिकारी इस ओर क्या कदम उठाते हैं, अथवा मामला ढांक के तीन पत्र जैसा ही रहेगा। . ग्लोबल टाइम्स-7 के कानपुर मंडलब्यूरोचीफ राम प्रकाश शर्मा को जानकारी देते हुए जिले के तमाम मेडिकल संचालकों ने बताया कि जनपद औरैया में इन दिनों ड्रग इंस्पेक्टर ज्योतिष्ना आनंद द्वारा विभिन्न मेडिकल स्टोरों पर छापामार अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में मेडिकल संचालकों ने बताया कि मेडिकल स्टोरों पर बेवजह ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा छापामारी की जा रही है, जिससे दुकानदार एवं मरीज परेशान हो रहे हैं। कहा कि हजारों रुपए कीमत के सैंपल ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा दुकानों से उठाए जा रहे हैं। ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा घंटों मेडिकल स्टोरों पर बैठकर मेडिकल संचालकों को परेशान किया जा रहा है। इतना ही नहीं उन्हें कार्यालय बुलाकर परेशान किया जा रहा है। मेडिकल स्टोर के लाइसेंस नवीनीकरण काम बिना धन लिए नहीं होता है। संपूर्ण जनपद में मेडिकल स्टोर संचालकों व व्यापारियों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। इतना ही नही ड्रग इंस्पेक्टर के ड्राइवर द्वारा भी वसूली की जाती है। वसूली के चक्कर में लाइसेंस निरस्त कर नया लाइसेंस बनाया जाता है। ड्रग इंस्पेक्टर के भय के कारण संचालकों को अपने मेडिकल बंद करने पड़ते हैं, जिससे मरीज बहुत परेशान होते हैं। ड्रग इंस्पेक्टर अपनी निजी लग्जरी गाड़ी से जिले में छापामार कार्रवाई को अंजाम दे रही हैं। जिससे मेडिकल व्यापारी एवं संचालक हतोत्साहित हैं। . जिले के अजय मेडिकल स्टोर अयाना, कुमार मेडिकल स्टोर बाबरपुर, मनोज मेडिकल स्टोर बाबरपुर, अतुल मेडिकल स्टोर बाबरपुर, महेंद्र मेडिकल स्टोर अटसू, पोरवाल मेडिकल स्टोर मेडिकल स्टोर दिबियापुर, प्रकाश मेडिकल स्टोर दिबियापुर, प्रमोद मेडिकल स्टोर कंचौसी , राहुल मेडिकल स्टोर सहार, राजपूत मेडिकल स्टोर फफूंद, ए टू जेड मेडिकल स्टोर फफूंद, कंचन मेडिकल स्टोर बिधूना, रामजी मेडिकल स्टोर बिधूना, दिलीप मेडिकल स्टोर बिधूना, गौरी मेडिकल स्टोर बिधूना, जय मां दुर्गा मेडिकल स्टोर बिधूना, मधु मेडिकल स्टोर बिधूना, दुर्गेश मेडिकल स्टोर अछल्दा, गुप्ता मेडिकल स्टोर अछल्दा, शिव मेडिकल स्टोर अछल्दा के अलावा औरैया शहर व कस्बों के मेडिकल संचालकों ने आपबीती बताते हुए इस मामले की उच्चाधिकारियों द्वारा जांच किए जाने के लिए मांग उठाई है, जिससे इंस्पेक्टर द्वारा हो रहे शोषण से बचाया जा सके। देखना है कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी इस ओर क्या संज्ञान लेते हुए कदम उठाते हैं। यह भविष्य के गर्त में है। इस संबंध में जानकारी लेने पर ड्रग्स इंस्पेक्टर ज्योतिष्ना आनंद ने बताया कि जिले में जो मेडिकल स्टोर की गोदामें हैं उन्हें ऑनलाइन देखा जा सकता है। वह गोदामों की संख्या नहीं बता सकी। जब उनसे पूछा गया कि अभी तक कितने सैंपल लिए हैं और कितने फेल हुए हैं, उन पर क्या कार्रवाई हुई है। इस पर उन्होंने बताया कि वह सभी काम ऑनलाइन करती हैं। इसके साथ ही उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया जाता है और कार्रवाई भी उन्हीं के माध्यम से होगी। लाइसेंस नवीनीकरण के नाम पर धन उगाही की बात पर उन्होंने बताया कि पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है, किसी से धन उगाई नहीं की जाती है। लगाए गये आरोप मिथ्या हैं।

Global Times 7

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