तिलक महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन 28 व 29 को

जीटी-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट रामप्रकाश शर्मा।
27 मार्च 2024
#औरैया।
कानपुर विश्वविद्यालय के सहयोग से तिलक महाविद्यालय में एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 28 व 29 मार्च को किया जा रहा है, जिसमें देश के तमाम शिक्षक एवं शिक्षाविद मौजूद रहेंगे। तिलक महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० (डॉ०) रवि कुमार व आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के प्रभारी प्रो० (डॉ०) सियाराम ने बताया उक्त सम्मेलन का विषय ‘टिकाऊ पृथ्वी और पारिस्थितिकी जोखिम प्रबंधन’ रखा गया है।
इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के शिक्षक व शोधार्थियों के शोध पत्र प्राप्त हो चुके हैं, जिससे उनके सम्मेलन में भाग लेने की प्रबल संभावना है। प्राचार्य ने बताया कि यह दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में ‘अंतर विषयक’ है। इस सम्मेलन में राष्ट्रीय शिक्षाविद् ‘टिकाऊ पृथ्वी और परिस्थितिकी जोखिम प्रबंधन’ विषय पर गहन चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि पर्यावरण और नियोजन क्षेत्र में कानूनी जोखिम कहां नियत है। हाल के वर्षों में संगठनों के लिए सबसे महत्वपूर्ण जोखिम को दूर करने के लिए हाल के मामलों उभरती उद्योग चुनौतियाँ और नियमित पारिस्थितिकी परिवर्तन पर चिंतन करना प्रमुख है। संभावित खतरों वाले क्षेत्र की पहचान करना ताकि दुर्घटना और घटनाओं के परिणाम स्वरूप क्षति की संभावना को काम करने के लिए सुरक्षा उपायों के आवश्यक डिजाइन को लागू किया जा सके। इस राष्ट्रीय सम्मेलन का आरम्भ 28 मार्च को प्रातः 10:00 बजे किया जाएगा और दो दिन तक इस विषय पर गंभीरता से चर्चा होगी। इस मौके पर सम्मेलन के संयोजक डॉ० प्रकाश वीर सिंह, आयोजन सचिव डॉ० अमित कुमार सिंह तथा आई० क्यू० ए० सी० सदस्य डॉ० अलकेश कुमार गुप्ता, डॉ० प्रेम प्रकाश, डॉ० प्रीति वाधवानी व डॉ० अरविंद सिंह मौजूद रहे।