सूर्य देवता की तपन शुरू, सूखे पड़े तालाब, मवेशी कैसे बुखाएगें अपनी प्यास।

ग्लोबल टाइम्स 7 डिजिटल न्यूज नेट वर्क, कंचौसी ब्लॉक संवाददाता बृजेश बाथम
कंचौसी/ औरैया
अभी मार्च का महीना समाप्त भी नही हुआ है कि सूर्य देवता ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए है । इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि आने बाला मई और जून का महीना कितना तपन भरा होगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस वर्ष भीषण गर्मी पड़ने के आसार है। अप्रैल और मई का महीना भीषण लू और धूल भरी आंधियों से गुजरने बाला है। ऐसी भीषण गर्मी में जब पानी का जल स्तर नीचे चला जाता है तब मानव जाति ही नही बल्कि पशु पशुओं को भी अपनी प्यास बुझाने के लिए दर दर भटकना पड़ता है। भीषण गर्मी के कारण खेतों में आग लगने की घटनाएं भी अधिकांश होती है।इस प्रकार की भीषण गर्मियों में तालाबों ,पोखरों, बंबों आदि में भरा पानी मानव जाति के साथ साथ पशु पशुओं के लिए बैंक में जमा धन के समान है जो जरूरत पड़ने पर काम आता है। शासन प्रशासन को मानव जाति ब पशु पक्षियों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए समय रहते इन तालाब,पोखरों नालों, बंबो,आदि को नहर द्वारा पानी लाकर भरने की प्रक्रिया को पूरा करना अति आवश्यक है। इन संसाधनों के माध्यम से किसानो को भी बड़ी राहत मिल जाती है । खेतों के साथ साथ किसान अपने पशुओं को भी इस भीषण गर्मी से राहत पहुंचा सकते है।