GT ~7 गूजेपुर गांव के ग्रामीणों ने वोट न करने का खीच दिया गांव में विकाश न होने का पाला ! Kanpur

आलोक मिश्रा, जीटी 7 न्यूज नेटवर्क, लखनऊ उत्तर प्रदेश
“विकास नहीं, तो वोट नहीं” के नारे के साथ ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार गांव में चस्पा किए पोस्टर !
कानपुर,लखनऊ उत्तर प्रदेश।
मामला जनपद की मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र की बिल्हौर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत गूजेपुर का है। जहा के ग्रामीणों ने विकास नहीं तो वोट नहीं के नारों के साथ चुनाव बहिष्कार कर गांव मे पोस्टर बैनर चस्पा कर दिए है यूपी मे लोकसभा चुनाव की तारीखो का ऐलान हो चुका है ।
जिले की बिल्हौर तहसील क्षेत्र के ग्राम गूजेपुर मे ग्रामीणों ने आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है। जो की लोकसभा मिश्रिख मे आता है। बता दें यूपी में आगामी 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव होने हैं। लेकिन मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र के गूजेपुर के ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर गांव में विकास नहीं तो वोट नहीं के पोस्टर चस्पा कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वोट की मांग करने के लिए जनप्रतिनिधियों को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा आपको बताते चलें की ग्रामीण लंबे समय से गांव में सड़क और कई जगहों पर फैली गंदगी से निजात दिलाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी ने इसकी सुध नहीं ली है। जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ था जिसके चलते ग्राणीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है ग्रामीणों ने गांव में जगह-जगह पोस्टर चस्पा कर लिखा कि विकास नहीं तो वोट नहीं बहिष्कार,लोक सभा चुनाव 2024 ग्राम पंचायत गूजेपुर ग्रामीणों का कहना है की वह काफ़ी लम्बे समय से गांव मे विकास की मांग कर रहे है जिसके लिए वह कई बार गांव मे विकास के लिए वह क्षेत्रीय विधायक एसडीएम व जिले के आलाधिकारियो से अपने गांव की मुख्य समस्याओ से अवगत करा चुके है लेकिन उनकी किसी समस्या पर आज तक किसी भी जिम्मेदार अधिकारी जनप्रतिनिधि ने ध्यान देना उचित नहीं समझा जिसके चलते आज हम सभी ग्रामीण नरकीय जीवन जीने को मजबूर है। विधायक के साथ गांव पहुचे पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों द्वारा लगाए गए बहिष्कार के पोस्टर बैनरो को फाड़ दिया ग्रामीणों का कहना है की चुनाव बहिष्कार के बाद से लगातार किसी ना किसी अधिकारी नेता का गांव आना जाना लगा है लेकिन अब हम ग्रामीणों को प्रशासन से आस्वाशन नहीं काम चाहिए। गांव मे फैली गंदगी बजबजाती नालिया सड़को पर खुलेआम बहता गंदा बदबूदार पानी के बीच बसर कर रहे ग्रामीण मानो नरकीय जीवन जीने को मजबूर है जिससे निजात के लिए वह अक्सर कर तहसील कार्यालयों व क्षेत्रीय विधायक सांसद के दफ्तरो के चक्कर काट थक चुके है पानी निकास ना होने के कारण ग्रामीणों ने घरों मे ही गड्डे खोद रखें है इस गांव की जमीनी हकीकत देख ऐसा प्रतीत होता है की सरकार द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छ भारत अभियान मिशन की इस गांव मे अभी तक किरण नहीं पहुंची। ग्रामीणों का कहना है की गंदगी के कारण अक्सर कर घरों मे कोई ना कोई बीमार बना रहता है वह कैसे पेट पाले और कैसे इलाज कराए कई लोगों ने तो बीमारी का इलाज कराने हेतु अपनी खेती तक को गिरवी रख दिया है।