दलित महिला प्रधान से अराजकतत्व तानाशाही व गुंडागर्दी कर मांगते पैसे

अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जॉन कानपुर को लिखे पत्र में लगाएं तमाम आरोप
जीटी-70025, ओम कैलाश राजपूत संवाददाता फफूँद।
20 सितंबर 2023
फफूँद,औरैया। विकासखंड अछल्दा थाना फफूंँद क्षेत्र की ग्राम पंचायत कन्हों निवासी दलित महिला प्रधान ने पुलिस महानिदेशक कानपुर जॉन कानपुर को लिखे शिकायती प्रार्थना पत्र में कहा है कि वह दलित प्रधान है, लेकिन उसके खिलाफ चुनाव लडे़ गांव के ही कलावती यादव के पुत्र बर्खास्त सिपाही महेंद्र सिंह यादव पुर्वा आशा कन्हों जिसके खिलाफ तमाम मुकदमें दर्ज हैं, तथा आजीवन कारावास हत्या करने पर सजा हुई है। जमानत पर बाहर चल रहा है। अपराधी उसे प्रधानी नहीं करने दे रहा है। अराजक व्यक्ति की वजह से विकास कार्यों मे बाधा आ रही है। दलित महिला पारुल का कहना है कि उपरोक्त व्यक्ति आए दिन गुंडागर्दी करता हैं। उसके खिलाफ झूठी शिकायते करता रहता है। जब की वह निष्पक्ष गांव का विकास कार्य करा रही है। उपरोक्त नामजद उससे हमेशा तानाशाही, गुंडागर्दी से घूंस मांगता है। इसके अलावा उसे अपने गुंडों के द्वारा धमकाया जाता है। पीड़ित दलित महिला प्रधान ने कहा है कि उसके इस मामले को गंभीरता से लिया जाए एवं प्रार्थना पत्र को स्वीकार कर उपरोक्त के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
विकासखंड अछल्दा थाना फफूँद क्षेत्र की ग्राम पंचायत आशा का पुरवा कन्हों, ग्राम प्रधान पारूल पत्नी साहुल सिंह दोहरे ने अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जॉन कानपुर के पदनेम लिखें शिकायती प्रार्थना पत्र में कहा है कि वह उपरोक्त ग्राम पंचायत की निर्वाचित प्रधान है। उसके विरोध में गांव का ही बर्खास्त सिपाही महेंद्र सिंह यादव चुनाव लड़ा था। उपरोक्त सिपाही एवं उसके सहयोगी अपराधी प्रवृत्ति के अपराध जीबी लोग हैं। चुनाव में हर जाने पर वह लोग खुन्नस व दुश्मनी मानते हैं। महिला के द्वारा चुनाव जीतना उन लोगों को रास नहीं आ रहा है। इसी कारण से वह लोग उसे धमकाते हुए पैसा मांगते हैं। इतना ही नहीं, अपशब्द कहकर अभद्र भाषा बोलते हैं। जान से मारने की धमकी देने का इनका रोज का काम हो गया है। ग्राम प्रधान ने आगे कहा है कि विगत 20 अगस्त 2023 को प्रातः करीब 9 बजे वह अपने फफूंँद वाले घर से पति व बच्चे के साथ मोटरसाइकिल से निकली थी। कन्हों मंदिर से पूजा करने के बाद करीब 11 बजे जब वह अपने पति व बच्चे के साथ मोटरसाइकिल द्वारा फफूँद वाले घर के लिए वापस लौट रही थी। कन्हों रेलवे क्रॉसिंग पार करने के बाद लगभग 200 मीटर आगे ही पहुंची थी तभी पतार में घात लगाए बैठे विपक्षी बर्खास्त सिपाही महेंद्र सिंह यादव एवं उसके नामजद साथियों ने घेर लिया। इसके साथ ही तमंचे की नोक पर मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। इसके साथ ही उसके पर्स में रखे 8500 रुपए एवं दो अंगूठी निकाल कर पर्स फेंक दिया। मंदिर पर पूजा करते समय उसने अंगूठियां पर्स में रख ली थी। श्रीमती प्रधान ने आगे कहा है कि आरोपीगणों ने कट्टा, हॉकी, लाठी लहराते हुए उसे व उसके पति को जाति सूचक अपमानजनक गालियां देते हुए मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी, और चले गये। आगे कहा कि महेंद्र सिंह यादव बर्खास्त सिपाही है। थाना पुलिस में इनका असर रसूक है। इनके ऊपर तमाम मुकदमे लगे हुए हैं। महिला ग्राम प्रधान को आशंका है की कही विपक्षीगण उसे व उसके पति को जान से ना मार दें। इसी बात को लेकर वह एवं उसका पति बहुत ही भयभीत हैंं। पीड़ित दलित ग्राम प्रधान ने पुलिस महानिदेशक से जान-माल की सुरक्षा के लिए गुहार लगाई है।