दबंगों ने आदिवासियों के खेत का रोका रास्ता

कन्नौद,देवास,म.प्र./27/06/2023
लोकेशन-कन्नौद, देवास
राजेन्द्र श्रीवास रिपोर्टर
मो,9993258391/7089892917
सड़क और बिजली नहीं तो वोट नहीं मामला कन्नौद जनपद पंचायत की जागठा पंचायत का

कन्नौद।कन्नौद जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत जाता में कुछ दबंगों ने आदिवासियों के खेतों पर जाने के लिए रास्ते को बंद कर दिया रास्ता बंद होने से आदिवासी परिवारों का कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है इतना ही नहीं परिवार का कोई सदस्य बीमार हो जाए तो खटिया पर लेकर रोड़ तक जाना पड़ता है संबंधित अधिकारी भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं ग्राम जाता के वार्ड क्रमांक 10 के लाल घाटी में करीब 20 से 25 आदिवासी परिवार वर्षों से खेती-बाड़ी से अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं पुराने समय में सूखे खेत तक ट्रैक्टर ट्राली सीट दिल कल्टीवेटर आदि वाहन आसानी से पहुंचते थे किंतु कुछ दबंग किसानों ने इनका रास्ता ही बंद कर दिया करीब 25 वर्षों से यह लोग खेत में रहकर ही अपनी खेती बाड़ी का काम करते हैं इनके आने जाने का कोई रास्ता नहीं है गांव में आने के लिए भी इन्हें सोचना पड़ता है कि कहां से जाएं स्कूली बच्चे भी खेत की मेरठ से होते हुए कीचड़ में लखपत होते हुए स्कूल पहुंचते हैं किसान उमेश उदासी कृष्ण गोपाल वाघेला को बाबूलाल घुसा ने बताया कि करीब हमारे पूर्वजों की जमीन है पिछले 25 सालों से रास्ते की समस्या के कारण हमें खेत पर ही निवास करना पड़ रहा है करीब 22 परिवार के 125 से अधिक सदस्य निवास रखें यहां की मुख्य समस्या रास्ते की है ट्रैक्टर से बोनी करने के लिए कलेक्टर यहां तक नहीं पहुंच पाता फसल बेचने के लिए करीब आधा किलोमीटर सिर्फ पोटली बनाकर मुख्य मार्ग तक ले जाते हैं किसानों ने बताया कि 5 साल पहले खंभे लगाए लेकिन तार अब तक नहीं लगे खेत की 10 घंटे वाली बिजली है 24 घंटे बिजली के लिए बिजली विभाग के ठेकेदार ने 5 साल पहले खंबे तो लगा दिए लेकिन खंभों पर तार अब तक नहीं लगे हैं दिन में 6 घंटे बिजली मिलती है और रात में मात्र 4 घंटे बिजली मिलती है बाकी के 8 घंटे अंधेरे में ही रहना पड़ता है अंधेरे में जहरीले जीव जंतुओं का भय बना रहता है स्कूली बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने गांव में आना होता है सड़क और बिजली नहीं होने से इनकी शिक्षा भी प्रभावित हो रही है बारिश के दिनों में कीचड़ भरे रास्ते से आना जाना होता है सर्दी के दिनों में किसानों की मेन और फसल के बीच से पैदल जाना पड़ता है 24 घंटे की बिजली नहीं होने से बच्चे रात के समय पढ़ाई भी नहीं कर पाते!
सड़क और बिजली नहीं तो वोट नहीं
ग्रामीण बाबूलाल घुसा रिया हरदी धनी भाई कन्हैया लाल फूल सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया कि हमने ग्राम के सरपंच विधायक एवं कन्नौद एसडीएम को लिखित में आवेदन दिया दबंग किसानों के आगे ना तो अधिकारी की चली नहीं जनप्रतिनिधियों की थैली यदि आवागमन के लिए रास्ता और 24 घंटे बिजली नहीं मिली तो आगामी सभी चुनाव का बहिष्कार करेंगे
अपेक्षित कार्रवाई नहीं हुई करीब 2 माह पहले सरपंच ने रास्ते के लिए आवेदन दिया था जिसमें तहसीलदार को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था लेकिन आप के माध्यम से पता चला अपेक्षित कार्रवाई नहीं हुई है तहसीलदार को भेज कर उचित कार्रवाई कराई। जाएगी