सूचना विभाग नहीं चाहता सरकारी खबरों का प्रकाशन

प्रिंट मीडिया के पत्रकारों को ग्रुप से दिखाया बाहर का रास्ता
सूचना विभाग नहीं चाहता सरकारी खबरों का प्रकाशन
पीडीएफ अखबार वाले पत्रकारों को सूचना विभाग नहीं मानता पत्रकार
जीटी-70017 राम प्रकाश शर्मा ब्यूरोचीफ औरैया।
18 मार्च 2023
औरैया। बहुत ही दुःखद बात है कि जिले का सूचना विभाग इतना हठधर्मी हो गया है की वह प्रिंट मीडिया के कई पत्रकारों को पत्रकार मानने को तैयार नहीं है। इतना ही नहीं संपादक महोदय द्वारा निर्गत किए गए लेटर को भी नहीं मानते हुए कहता है कि दो-दो अखबार छापने लगे और संपादक बन गये, क्या कहें ऐसे संपादकों को? दलील यह है कि जो अखबार सूचना विभाग कार्यालय में नहीं पहुंचते हैं और उनकी पीडीएफ आती है तो उन्हें वह पत्रकार मानने को तैयार नहीं है। यह कहना है जिला सूचना अधिकारी श्री तिवारी का। ऐसी स्थिति में प्रतीत होता है की जिला सूचना विभाग सरकारी खबरों का प्रकाशन ही नहीं चाहता है?
जनवरी नव वर्ष 2023 में विभिन्न समाचार पत्रों के संपादक महोदय द्वारा जनपद के संबंधित जिला संवाददाता/ब्यूरोचीफ के नाम पावर लेटर संबंधित अधिकारियों को प्रतिलिपि के साथ निर्गत की गये। संपादक महोदय द्वारा निर्गत किये गये पावर लेटर को जिले के संवाददाता/ब्यूरोचीफ जब सूचना विभाग में जमा करने पहुंचे तो सूचना विभाग ने जिस भाषा का प्रयोग किया वह बहुत ही निंदनीय है। यहां तक की संपादक महोदय के लिए भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। आगे कहा कि पीडीएफ अखबार वाले संवाददाताओं को वह पत्रकार नहीं मानते हैं। पत्रकार द्वारा कहा गया कि सरकारी खबरों को वह प्रमुखता से प्रकाशित होने के लिए भेजते हैं। इतना ही नहीं सभी सरकारी खबरें प्रकाशित भी होती हैं। इस पर सूचना अधिकारी ने कहा कि जब खबरें देखने को नहीं मिलती तो हम कैसे जाने की खबरें छपती हैं अथवा नहीं। पीडीएफ देखने का उनके पास समय नहीं है। आरजू मिनन्नत के बाद भी सूचना अधिकारी ने सूचना विभाग के समाचार ग्रुप में जोड़ने से साफ इंकार कर दिया, जिस पर संवाददाता लाचार और मजबूर होकर वैंरग वापस हो गये। जिला सृजन के बाद यह एक ऐसे सूचना अधिकारी हैं कि जिन्होंने प्रिंट मीडिया के कई पत्रकारों को पत्रकार मानने से इंकार किया है। अब खबरें नहीं मिल रही है, तो प्रिंट मीडिया के पत्रकार ग्रुप में जुड़े अन्य पत्रकारों से सरकारी खास खबर के विषय में जानकारी लेते हैं। जब जिला सूचना विभाग ही सरकारी खबरों को प्रकाशन कराने के लिए हाथ खड़े कर देता है तो इसके पीछे उनकी मंशा सरकारी खबरों को प्रकाशित कराने की प्रतीत नहीं हो रही है। सूचना विभाग के इस रवैया से संवाददाता काफी आहत और निराश हैं। इस बात पर जिलाधिकारी महोदय को संज्ञान लेने की अति आवश्यकता है जिससे कि जनहित में सरकारी खबरें प्रकाशित हो सके।