कोथावां-नगवां पड़ाव पर गूंजे राम नाम के जयकारे, मेले में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

84 कोसी परिक्रमा में विद्युत व्यवस्था व पुलिस प्रशासन साबित हुआ नकारा – सचिव महंत संतोष दास खाकी।
ग्लोबल टाइम्स-7
न्यूज़ नेटवर्क
तौहीद साग़री
संडीला (हरदोई) प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 84 कोसीय परिक्रमा हो रहा है। जिसमें फाल्गुन माह की अमावस्या को नैमिषारण्य तीर्थ से शुभारंभ होकर गुरुवार को तृतीय पड़ाव कोथावां-नगवां पहुंचकर रामा दल में राम नाम के जयकारे का उद्घोष हुआ।शुक्रवार को अगला पड़ाव गिरधरपुर उमरारी पहुंचेगा। इस वर्ष ट्रैक्टर-ट्रालियों से हुई दुर्घटनाओं को मद्देनजर योगी सरकार ने श्रद्धालुओं को ट्रैक्टर ट्राली से यात्रा न करने के लिए निर्देशित किया है।
मिली जानकारी के अनुसार 84 कोसीय परिक्रमा समिति के सचिव महंत संतोष दास खाकी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष जनपद सीतापुर के पड़ावों की ब्यवस्थायें बेहतर रहीं।वहीं हरदोई जनपद में विद्युत आपूर्ति व पुलिस प्रशासन पर तंज कसते हुए कहा कि ब्यवस्थायें बिल्कुल नकारा साबित हुईं हैं।

हर्रैया पड़ाव व पौराणिक तीर्थ हत्या हरण में कुछ चोरों ने श्रद्धालुओं के झोले आदि छीन झपट लिए।कोथावां पड़ाव में कोतवाली क्षेत्र बेनीगंज के महमूदपुरकला निवासिनी एक महिला की चैन स्नैचिंग करने वाली महिला ने कान के बाला को नोंच लिया। इसी क्रम में महंत राम सेवक शरण रामायणी आश्रम नैमिषारण्य ने जानकारी देते हुए कहा कि हर्रैया पड़ाव में तीन शराबियों ने शराब के नशे में धुत श्रद्धालुओं से अभद्रता की।जब पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दी,तो पुलिस प्रशासन ने मामले को चलता कर दिया।वहीं पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि भारतवर्ष के कोने-कोने से आए साधु संत सुरक्षा के दृष्टिकोण से पड़े हुए हैं।
वहीं पर चिकित्सीय एवं साफ सफाई व्यवस्था को लेकर सराहना की। विगत वर्षों की अपेक्षा में इस वर्ष कुछ श्रद्धालु कम रहे।जबकि लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने रामादल की परिक्रमा की।वहीं क्षेत्रीय लोगों ने मेले का जमकर लुत्फ उठाया।
परिक्रमा मेले में अध्यक्ष डंका वाले बाबा महंत नारायण दास, महासचिव 84 कोसीय परिक्रमा संतोष दास खाकी,महंत अंजनी दास कल्पवास प्रभारी,महंत बजरंग मुनि बड़ी संगत खैराबाद, महंत प्रीतम दास हनुमान मंदिर मछरेहटा,आत्माराम पंचायती धर्मशाला, आचार्य रामशब्द मिश्र कार्यालय प्रभारी, बजरंगी विमल मिश्र प्रस्तावक 84 कोसीय परिक्रमा,महंत रामसेवक शरण दास नैमिषारण्य,स्वामी विरजानंद अयोध्या,दीपक दीक्षित मछरेहटा, मगनलाल तीर्थ पुरोहित नैमिषारण्य,दुर्गा शरण वर्मा,पड़ाव प्रभारी सहित लाखों साधु संत एवं श्रद्धालु जन मौजूद रहे।