टीकमपुर में पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों का फूटा आक्रोश

अधिकारियों एवं प्रधान के खिलाफ लगाए गंभीर आरोप
ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, फफूंँद ब्यूरो ओम कैलाश राजपूत
फफूँद,औरैया। जिले के भाग्यनगर ब्लाक की ग्राम पंचायत टीकमपुर में लोंगो ने ग्राम प्रधान के खिलाफ जमकर लगाये गंभीर आरोप और अपनी समस्याओं को उजागर करते हुए गांव में सरकारी हेड पम्प के खराब होने एवं तालाब की सफाई न होने गलियों में गन्दगी एवं पानी के निकास का साधन न होने की भारी समस्या को लेकर एवं गरीब ब्यक्तियों की कच्ची झोपड़ी होने पर ब्लाक के अधिकारियों पर जमकर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारीगण मूकदर्शक व तमाशाई बने हुए है।
ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी प्रधान पर भरोसा जता रहे हैं। जबकि ग्राम प्रधान सरकारी योजनाओं को जनता तक नहीं पहुंचने दे रहे है। इसके अलावा ग्रामीणों को कोई भी सरकारी लाभ नहीं मिल रहा है। साफ सफाई का हाल यह है कि गांव की गलियों में प्रदूषित गंदा पानी भरा रहता है जिससे ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही ग्रामीणों को मलेरिया आदि संक्रामक रोगों से जूझने को मजबूर होना पड़ता है। कई महीनों से सफाई कर्मी भी नहीं आता है। प्रधान तो जब जीत कर गया तब से आज तक मुहल्ले में नही आया।सरकार ने तालाबों के सुंदरीकरण के लिए कई लाखो रुपये खर्च किया परन्तु तालाब की स्थति इतनी खराब है कि किसी का जानवर धोखे से भी चला गया तो फिर जिंदा वापिस नहीं आ सकता।पानी-पीने के लिए सरकारी हेंड पम्प तो लगे है, पर पानी नहीं निकलता है किसी का हत्ता नहीं है तो किसी का हैड नहीं है। ये सब टीकमपुर गांव की स्थति है। इसी ग्राम पंचायतके ग्राम बिंदपुर जो कि स्वयं प्रधान का गांव है़। समस्त गांव में पीने का पानी खारा है़। जैसे-तैसे एक पानी की टंकी का निर्माण हुआ था वह भी बंद पड़ी है। लोगो को पीने के लिए पानी बहुत दूर से लाना पड़ता है।समस्याओं से निजात दिलाने के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है।