उत्तर प्रदेशलखनऊ

सोशल मीडिया पर फोटो डाल सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की नेताओं में लगी होड़

छुटभैए नेताओं के उक्त रवैये से जनता में खूब हो रही उनकी किरकिरी

ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, जिला संवाददाता राम प्रकाश शर्मा औरैया।

औरैया। सत्ताधारी पार्टी समेत लगभग सभी दलों के तथाकथित छुटभैए नेताओं में सोशल मीडिया पर बड़े नेताओं के साथ एवं विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों शामिल होने की अपनी फोटो डालकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के किए जा रहे प्रयास से भले ही यह छुटभैए खूब खुश हो रहे हो, लेकिन यह पब्लिक है सब जानती है। वह इनके इस रवैये को बेशर्मी की हद मानकर जमकर चटखारे लेती दिख रही है। इन दिनों जिले में यूं तो सभी राजनीतिक दलों के छुटभैए नेताओं द्वारा जमीनी धरातल पर जनता के हित में कोई भी कार्य किया जा रहा नहीं दिख रहा हो लेकिन सत्ताधारी पार्टी भाजपा समेत लगभग सभी राजनीतिक दलों के अधिकांश छुटभैए नेता विभिन्न शादी समारोहों आदि कार्यक्रमों में अपनी पार्टी के बड़े नेताओं के साथ या कार्यों के साथ फोटो खिंचवा कर और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर आम लोगों के साथ प्रशासन पर अपना रौब गांठने के प्रयासों में जुटे हुए हैं।
यही नहीं तथाकथित इन छुटभैए नेताओं ने बेशर्मी की हद तो यहां तक कर दी है कि वह सार्वजनिक सफाई के नाम पर झाड़ू पकड़कर तो कहीं अस्पतालों में एक दो मरीजों को फल देकर तो कहीं अपने एक दो चहेते लोगों को गरीब बताकर कंबल बांटने का नाटक कर और उसकी फोटो खिंचवा कर सोशल मीडिया पर डालकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की लगातार कवायद करते देखे जा रहे हैं। सबसे दिलचस्प और गौरतलब बात तो यह है कि खासकर बिधूना तहसील क्षेत्र में सत्ताधारी भाजपा के कई ऐसे छुटभैया नेता सोशल मीडिया पर वाहवाही लूटने का प्रयास करते देखे जा रहे हैं। जिनका जमीनी धरातल या आम जनता से दूर-दूर तक कोई सरोकार नहीं है और इन ऐसे छुटभैया नेताओं के माध्यम से उनकी संबंधित पार्टी को दो वोट भी कभी हासिल की उम्मीद दूर-दूर तक नहीं है। क्योंकि इन नेताओं का गांव गरीब से कभी कोई नाता नहीं रहा है। यह अपने धनबल के बदौलत और अपने निजी स्वार्थ की खातिर हमेशा बार-बार पाला बदलकर सत्ताधारी पार्टी का ही दामन थामने में लगे रहे हैं, और सत्ताधारी पार्टी के ज्यादातर नेता भी इन्हें सिर्फ धन बल के कारण ही तरजीह देते रहे हैं लेकिन यह पब्लिक है इन छुटभैए नेताओं के संबंध में सब कुछ जानती है जिससे चाहे यह छुटभैए नेता सोशल मीडिया पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए चाहे जितना जोर लगाए लेकिन जनता की नजर में वह रहेंगे ढाक के तीन पात ही। जिले की आम जनता अब यह कहते नहीं थक रही है कि यह तथाकथित छुटभैए नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए की जा रही बेशर्मी का उन्हें स्वयं कब भान हो सकेगा यह पता नहीं लेकिन जनता में उनकी हो रही किरकिरी को आखिर उनकी पार्टी के नेता कब संज्ञान लेंगे।

Global Times 7

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