उत्तर प्रदेशलखनऊ

नंद घर आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की

श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य ने सुनाई कृष्ण जन्म की कथा

ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, जिला संवाददाता राम प्रकाश शर्मा औरैया।

औरैया। हरलाल धाम गेस्ट हाउस में हरिद्वार धाम से पधारे संत पथिक साधना धाम के अध्यक्ष भागवत आचार्य स्वामी अक्षयानन्द ने चतुर्थ दिवस की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि जीवन जीने की शिक्षा देती है रामचरित मानस। एक आदर्श जीवन कैसा होना चाहिए, यह शिक्षा भगवान श्रीराम के पावन चरित्र में देखने को मिलती है, और महाभारत में क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए धर्म क्या है, अधर्म क्या है? इस बात का विस्तार से वर्णन किया गया है।


आचार्य आगे कहा कि अंतिम क्षणों को अगर सुंदर बनाना है तो उसे श्रीमद्भागवत का आश्रय लेना चाहिए। जीवन के अंतिम क्षणों को पवित्र करने का कलयुग में एक मात्र साधन है श्रीमद् भागवत कथा। यह ग्रंथ मन की शुद्धि करने का सर्वोच्च साधन है। स्वामी अक्षयानंद ने कहा धर्म की स्थापना करने के लिए भगवान का अवतार होता है जब जब धरती पर धर्म की हानि होती है तब तब स्वयं प्रभु अवतार लेकर धर्म की स्थापना करते हैं एवं अधर्मी दुष्टों का संहार करते हैं। इसीलिए सूर्यवंश में भगवान श्रीराम अपने अंशो के समेत चार भाइयों के रूप में राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न के रूप में अवतार लिए, और चंद्रवंश में लीला पुरुषोत्तम भगवान् श्रीकृष्ण अवतार लिये श्री कृष्ण जन्म की पावन कथा सुनाते हुए श्री स्वामी जी ने नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की भजन गाकर समस्त श्रोता समुदाय को आनंदित कर दिया। कथा के मुख्य यजमान माया गुप्ता एवं सुरेश चंद्र गुप्ता, आशीष कुमार गुप्ता आदि समस्त श्रद्धालु की भारी भीड़ रही।

Global Times 7

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