लंपी वायरस से जानवरो को बचाए, डॉ सुधीर कुमार

पशु चिकित्सालयों में जाकर ले निशुल्क दवा।
ग्लोबल टाईम्स 7 डिजिटल न्य़ूज नेटवर्क टीम कंचौसी,कानपुर देहात/औरैया, समाचार संपादक डॉ धर्मेन्द्र गुप्ता/ब्लॉक संवाददाता ब्रजेश बाथम।
पशु चिकित्सालय कंचौसी के पशु चिकित्साधिकारी डॉ सुधीर कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि लंपी वायरस मुख्यता गौ वंश में उत्पन्न होता है, इसके लक्षण मुंह नाक से पानी का आना तेज बुखार,जानवर चारा छोड़ देता है,,नाभि के आस पास सूजन हो जाती है, पशु के पैरो में लंगडाहट हो जाती है,पैरो मे सूजन हो जाती है, चमडी में सिक्कानुमा टाईट चकत्ते पड जाते है,दर्द अधिक होता है,यह एक गंभीर बीमारी होती है,समय के पहले अगर पशु को इलाज नहीं मिला तो मृत्यु होने का खतरा रहता है,यह एक संक्रामक रोग है,अगर संक्रमित जानवर स्वस्थ्य जानवर के संपर्क में आता है,तो वायरस की चपेट में आना स्वाभाविक है,इसकी मृत्यु दर 4-5 प्रतिशत तक होती है, दुधारू पशुओं में दूध की कमी भी हो जाती है,,गर्भधारण पशुओं को गर्भपात का अधिक खतरा बना रहता है,इसके बचाव के लिए गॉट पॉक्स नामक वैक्सीन लगाई जाती है,जो समस्त पशु अस्पतालों में उपलब्ध रहती है,वेटरिनरी मेडिकल ऑफिसर सुधीर कुमार का कहना है, लंपी वायरस के संक्रमण से बचने के लिए स्वस्थ्य पशुओं को संक्रमित पशुओं से दूरी बनाकर रखिए,उन्होंने बताया कंचौसी पशु अस्पताल में इस संक्रमित वायरस के चलते सारे प्रबंध है,निशुल्क दवा का वितरण भी हो रहा है,और क्षेत्र के गांवों में भ्रमण कर संक्रमित जानवरो को चिन्हित कर उपचार भी दिया जा रहा है,पशुपालकों को साफ सफाई के बारे में भी अवगत कराया जा रहा है,अगर कोई भी पशु पालक फोन पर भी सूचित करता है,तो हम अपनी टीम के साथ जाकर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा रहा हूं।