गोण्डा ने स्वच्छता में मारी बाजी !434वीं रैंक से सीधा एक नंबर पर पप्पू हुआ पास !

आइये डालते हैं, एक नजर उत्तर प्रेदश के गोण्डा पर ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज नेटवर्क के साथ!
कैसे हाँसिल की इतनी बड़ी जीत!

आपको बताते चलें 2016में स्वच्छता सर्वेक्षण करवाया गया 2017 में सर्वेक्षण के रुझान अनुसार गोण्डा नगरपालिका 434वीं रैंक प्राप्त किया जो की प्रदेश में सबसे फिस्सडी माना गया था!

गोण्डा की काफी किरकिरी हुई जिसके ततपश्चात वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का दौड़ा भी हुआ प्रशासन द्वारा तड़क भड़क के साथ तैयारियां हुई रूल्स ऑफ रोड फॉलो किया गया बेचारे सफाई कर्मी भी इस मामले को लेकर काफी गंभीर दिखे !
जैसे तैसे योगी जी का आगमन सफल रहा, कुछ प्रश्नोत्तरी भी हुई जिसमें ये सारी जानकारी भी दी गई शौच के बाद हाँथ साफ करना है! आस पास साफ सफाई रखना है, पन्नी कचरा डस्टबिन में डालना पान खाकर इधर उधर नहीं थूकना है, शौच शौचालय में ही जाना इधर उधर नहींआदि आदि…. चलो यह जरूरी ही था क्योंकि जब दुनिया मंगल पर जीवन बसाने की तैयारी कर रहा हो, भारत विश्व की महाशक्ति बन रहा हो , अर्थव्यवस्था में इंग्लैंड जैसे देश को मात दे चुका हो!
उसी भारत के एक बड़े राज्यों में सुमार उत्तर प्रदेश के गोण्डा जो की भगवान राम की गौशाला के नाम जाना जाता हो!
वह सफाई में 434वीं स्थान प्राप्त करता हो, वहां के जनता को यह ज्ञान ही जरूरी था।


चलो अब 2022 में चार साल के घनघोर मेहनत वर्तमान सरकार के बजट से कुछ सरकारी कर्मचारियों के मेहनत लगन से आज हम गोण्डा वालों को प्रथम स्थान दिया गया है! पप्पू पास हुआ यह तो सुना था लेकिन प्रथम अंक इतनी जल्दी प्राप्त होगा पप्पू यह पता नहीं था!

जबकि मामला ऐसा कुछ नहीं है, गली गली में सफाई नदारद सफाई कर्मी कर्मचारी मस्त हैं,सरकारी कुछ स्थान को छोड़कर गंदगी का बोल बाला है, कर्मचारी भी मस्त हैं, विभाग के अधिकारी भी खामोश हैं, सब कुछ राजी खुशी जस का तस चल रहा है, हम आपको कुछ विद्यालय, अस्पताल, आदि की तस्वीरे दिखा रहें जिसमें आप स्वयं मूल्यांकन कर बताएं पप्पू कैसे पास हुआ यह लेटेस्ट तस्वीर है!

हम उस एग्जामनर को सल्यूट करते हैं! जिसने हम गोण्डा वालों की कॉपी जांच कर नम्बर प्रदान किया !
अब सम्मस्य यह है, की सर्वेक्षण करने वाले में कौन कौन महारथी शामिल थे यह पता करना पड़ेगा क्यों की उनको एक बधाई तो बनती है!

अब दैनिक जागरण जैसे पेपर वाले खबर लिख रहे हैं। तो मामला गम्भीर है,जीत भी बड़ी है! शोशल मीडिया वाले तो सिर्फ सरकार को बदनाम ही कर रहे हैं।…….यह लेख किसी के भवना को आहत करने के लिए नहीं समाज में हो रहे अमूल चूल परिवर्तन पर आधारित है! अगर इस लेख से किसी को कष्ट है, तो छमा प्रार्थी है, हर कदम सच के साथ!
संजय सिंह लखनऊ उत्तर प्रदेश!