हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण और सुदामा जी की मित्रता समाज के लिए है, प्रेरणा

हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण और सुदामा जी की मित्रता को आज भी याद किया जाता है
ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज नेटवर्क उत्तर प्रदेश
भगवान श्रीकृष्ण और ब्राह्मण सुदामा की मित्रता की कथा सुनाते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को श्रीकृष्ण
और सुदामा की तरह मित्रता निभानी चाहिए। जो समाज को एक संदेश देती है। द्वारिकाधीश ने अपने बाल सखा के आगमन की सूचना पाकर तुरंत उनको गले से लगा लिया। उनके पैरों को धोया। तब सुदामा अपनी चावलों की पोटली को छुपाने लगे। श्रीकृष्ण ने उसमें से दो मुट्ठी चावल खाए और सुदामा को दो लोक का राज्य देने की घोषणा कर दी। इसके बाद वह तीसरी मुट्ठी खाने को थे। तभी उनकी पत्नी ने रोक लिया, क्योंकि तीन लोक का राज देते तो वह कहां रहते। इसलिए लोगों को भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता से प्रेरणा लेनी चाहिए। तभी इस संसार में मित्रता कायम रह सकेगी। कथावाचक ने कई अन्य प्रसंग भी सुनाए।