डीएपी के बाद अब यूरिया खाद का भारी संकट किसान परेशान धान की फसल को नुकसान

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सरकारी गोदामो पर लटक रहे ताले तो कही किसानो की लम्बी भीड फुटकर दुकानो पर ऊँचे दाम
ग्लोबल टाईम्स 7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क टीम कानपुर देहात/औरैया उप्र. विशेष संवाददाता सुरेश यादव
किसानो के हित मे बडे बडे दाबे करने वाली सरकार उनको धान की रोपाई के समय ही खाद की किल्लत से परेशान किये हुए है जहा हर तरह खाद की मांग बड रही है तो पूर्ति ऊट के मुह मे जीरा के समान है ।
कंचौसी नगर स्थित दो जिला औरैया कानपुर देहात की सीमा के ब्लाक भाग्यनगर सहार व झीझक की बहु उद्देश्शीय साधन सहकारी समिति कंचौसी गांव बान बाजार परजनी रानेपुर नौगवा नबीमोहन आदि मे यूरिया खाद न होने से किसानो की धान की फसल बिगडने की आसंका है जहा हजारो हैक्टर धान की फसल के लिए सैकडो टन खाद की शीध्र जरूरत है। वहां सप्ताह पन्द्रह दिन मे मात्र 10, 15 टन खाद समितियो पर पहुंचाई जा रही है उसमे निजी लाइसेन्स धारक भी पहले से लाखो रूपये जमा कर माल खरीदने को लाइन मे लगे है जो जुगाड से माल उठान कर ऊंचे दामो पर बेचकर मुनाफा कमा रहे है जिनसे समितियो के सदस्य किसान भी खरीदने को विवश है, जब कि सरकारी अधिकारी व समितियो के पदाधिकारी शीध्र इटावा कानपुर रेल स्टेशनो पर खाद की रैक लगने और अगले दिन गोदामो पर खाद पहुंचने की बात पिछले कई दिन से कहते सुने जा रहे है वही बहुत से किसान इस आशंका से विचलित है कि सरकार यूरिया डीएपी खाद बंद करने की योजना बना चुकी है उसकी जगह नैनो यूरिया डी ए पी तरल प्लास्टिक बोतल खरीदने को विवश कर रही है।जिसका किसानो मे अनुभव व विश्वास कम है, जिससे भविष्य मे खाद का संकट और गहराने का अंदेशा है
जबकि बान बाजार कृषक साधन समिति के अध्यक्ष श्याम जी मिश्रा अगले दो दिन मे खाद पहुंचने की बात कह रहे है, तो कंचौसी गांव समिति के सचिव सनोज कुमार आज रात तीन सौ पैकिंट यूरिया लाकर वितरण करते दिखाई दिये है। जहा किसानो की भीड और माग अधिक होने के कारण अव्यवस्था है। यही हाल अन्य स्थानों का है जिसके समाधान के लिए शासन के वृष्टि अधिकारियो को शीघ्र ध्यान देने की आवश्यकता है ।