उत्तर प्रदेश

क्या ऐसा भी होना,मोदी व योगी सरकार में बडौदा यूपी ग्रामीण बैंक के क्षेत्रिय कार्यालय से है मुमकिन ?


बडौदा यू पी ग्रामीण बैंक कानपुर में तैनात क्षेत्रिय प्रबंधक अर्थात आरएम,मुख्य प्रबंधक अर्थात डीआरएम के हैं वर्तमान सरकार की शासन व्यवस्था में कुछ भीतरी खेलों की ऊपरी कमाईयों की झलक, जनाब इन तक कैसे,किसके माध्यमों से व कहां कहां से पहुचती है गुप्त चढौतियां ?

क्या कहीं विभिन्न कंपनियों के मैनेजरों व उन शाखाओं से जुडे शाखा प्रबंधकों द्वारा तो नही इनके पास तक पहुंचती है अवैध संचालित सेंटरों से उनके निर्धारित कमीशन का कुछ न कुछ नजराने की गुप्त सप्रेम भेंट
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कानपुर ब्रेकिंग

बडौदा यू. पी. बैंक क्षेत्रिय कार्यालय कानपुर नगर क्षेत्रिय प्रबंधक संजीव कुमार के संरक्षण में भारतीय रिजर्व बैंक की गाईड लाईन के ठीक विपरीत कारपोरेट बीसी कंपनियों  के जिला प्रबंधकों के द्वारा चलाये जा रहे जिले में तमाम गैर आवंटित गांवों व बैंक शाखा परिसरों के समीप अर्थात शून्य पैरा मीटर की दूरियों पर कई बैंक सेवा केंद,


कानपुर जिले में भारतीय रिजर्व बैंक के मानकों व नियमावलियों को अंदेखा कर मानक विहीन ढंग से क्षेत्रिय प्रबंधक संजीव कुमार द्वारा चलवाये जा रहे हैं खुलेआम कई बैंकिंग सेवा केंदों के सेंटर,


*जिले में बैंक से जुडी कई कंपनी सीएससी, वकांगी, विजन इंडिया, मापरा, वेदवाग, यूपिको,मैगनेट कंसल्टेन्सी,फिया टेक्नालाजी, आदि दर्जन भर से अधिक कंपनियों के जिला / स्टेट एरिया मैनेजरों अर्थात प्रबंधकों के माध्यम से पहुंच रहा आरएम संजीव कुमार व डीआरएम तक   अवैधानिक संचालित सेंटर स़चालकों की तरफ से मोटा कमीशन रूपी बडा तोहफा, जिसके एवज में कृपा पात्र बने बैंक अफसरों द्वारा ऐसे मनमाने ढंगों से संचालित  सेंटरों पर कभी नही होती कार्यवाही,*

*कारण क्योकि आरएम संजीवकुमार व डीआरएम अमित प्रकाश तक पहुंचता है प्रति माह उनका निर्धारित नजराना ??*

*ठीक विपरीत वहीं जो सेंटर संचालक जिले के क्षेत्रिय प्रबंधक को नहीं पहुचाता है चढौती रूपी नजराना, उसे जिले में तैनात दोनों अधिकारियों यथा आरएम व डीआरएम  द्वारा रिजर्व बैंक की गाईड लाईन रूपी कई तरह की प्रताडना भरी नोटिस पत्रो से होना पड जाता है  गुजरना, अर्थात साहबों की नोटिसों से उस बेचारे केंद संचालक को रिजर्व बैंक की गाईड लाईन के बारे में  लम्बा चौडा पाठ सीखने पर होना पडता है मजबूर, अर्थात उस सेंटर संचालक का क्षेत्रिय कार्यालय से हो जाता है बैंकिंग कोड निरस्त,  क्या योगी व मोदी सरकार में यह है भ्रष्ट बैंक अफसरों के तानाशाहियों का आलम ऐसे दिन रात धमाचौकडी मचाता रहेगा,  कहीं वर्तमान सरकार को आगामी विधान सभा 2027 के चुनाव में इन तानाशाह भरे जैसे बैंक अधिकारियों की कार्यशैली का खामियाजा न भुकतना पड जाये, ??*


*सूबे के मुखिया योगी बाबा की सरकार में बडौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक के क्षेत्रिय प्रबंधकों,के लिये दो कंधे  यथा बैंक शाखा मैनेजरों, व विभिन्न कारपोरेट बीसी एजेंट कंपनियों के जिला मैनेजरों के माध्यमों वाले अवैध  उगाही रूपी ऊपरी मोटी कमाई का बेहतीन जरिये बन कर रह गये हैं बैंक सेवा केंद*

एक नजर में-  कहां कहां से पहुचती है जिले के साहब को चढौती रूप सप्रेम भेंट—- ??

*कानपुर जिले के क्षेत्रिय कार्यालय की बैंक शाखाओं से बैंक सेवा केंद यथा — साढ, बिल्हौर,सजेती, बीरामऊ, दिलीप नगर,  शिवराजपुर चौबेपुर, उतरीपूरा, कमसान, सम्भलपुर चौबेपुर, विधनू,इटारा बाजार,व इटर्रा इत्यादि,बैंक शाखाओं से साहब को पहुचता रहता है कंपनी मैनेजरों के माधयमों से प्रति माह गुप्त मोटे कमीशन रूपी नजराने की भेंट, इसी कारण नहीं होती इन शाखाओं से सम्वंधित सेंटरों पर कभी भी कोई भी रिजर्व बैंक की गाईड लाईन वाली बैंक अधिकारियों की कार्यवाही, अर्थात जिले क्षेत्रिय प्रबंधक का साफ रहता है कहना कि हमारे यहां  सभी सेंटर बीसी कंपनियों  द्वारा मानक अनुरूप निर्धारित लैकैशन के मुताबिक ही हो रहे हैं संचालित

आखिर में ऐसा भी क्या योगी व मोदी सरकार की बेहतरीन प्रवासनिक व्यवस्था में यह बडा खेला भी होना सम्भव है और क्यों ??


बडौदा यू पी ग्रामीण बैंक कानपुर क्षेत्रिय कार्यालय से जुडा है पूरा मामला

Global Times 7

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